डॉपलर रडार जो कि अत्यधिक विशेष मौसम पूर्वानुमान प्रणाली है उत्तराखंड को मिल सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम अगले सप्ताह डोप्लर रडार की स्थापना के लिए चुने जाने वाले स्थानों का निरीक्षण करने और राज्य सरकार के साथ मामले की चर्चा करने के लिए अगले हफ्ते राज्य का दौरा करेगी।
देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने पुष्टि की है कि आईएमडी मुख्यालय के अधिकारियों की एक टीम 14 मई को उत्तराखंड आ रही है ताकि साइट का निरीक्षण किया जा सके।
डॉपलर रडार वास्तविक समय डेटा इकट्ठा करके मौसम की घटनाओं से संबंधित सटीक पूर्वानुमानों को बनाने में सहायता करते हैं।
ज्ञात हो कि मई 2014 में – जून 2013 की आपदा के लगभग एक साल बाद- तत्कालीन मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने आईएमडी अधिकारियों से बातचीत की थी, जहां यह निर्णय लिया गया कि बाद में राज्य में उपलब्ध कराए गए जमीन पर तीन राडार स्थापित किए जाएंगे। उत्तराखंड सरकार द्वारा हालांकि, जमीन उपलब्ध करवाने के मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है ।