श्रीहरिकोटा: देश के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह रिसोर्ससैट -2 ए के साथ ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) बुधवार सुबह सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया. 44.4 मीटर लंबा और 321 टन वजनी पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट सुबह 10.25 बजे लॉन्च हुआ.
भारत के किस हिस्से में कौन सा मिनरल ?
यह रॉकेट 1,325 किलोग्राम वजनी भारत के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह रिसोर्ससैट-2ए को अपने साथ ले गया है. खबरों के मुताबिक यह सैटेलाइट भारत के जमीनी संसाधनों के बारे में जानकारी देगा. इस सैटेलाइट से यह जानने में भी सहायता मिल सकती है कि भारत के किस हिस्से में कौन से मिनरल हैं.
रिसोर्ससैट-2 ए सफलतापूर्वक लॉन्च
भारत के लेटेस्ट रिमोट सेंसिंग उपग्रह ‘रिसोर्ससैट-2ए’ को आज इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के जरिए आंध्रप्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया. रिसोर्ससैट-2ए का उद्देश्य संसाधनों का निरीक्षण है और यह साल 2003 एवं 2011 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-1 और रिसोर्ससैट-2 के अभियान की अगली कड़ी है. यह रिसोर्ससैट-1 और रिसोर्ससैट-2 द्वारा वैश्विक प्रयोगकर्ताओं को उपलब्ध करवाई जाने वाली रिमोट सेंसिंग डाटा सेवाओं को जारी रखेगा.
जमीन और पानी से जुड़े जानकारी के लिए बेहद उपयोगी
इसरो ने कहा, ‘‘पीएसएलवी-सी36 ने रिसोर्ससैट-2ए का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया.’’ इसरो के अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने इसे एक ‘सफल’ प्रक्षेपण करार देते हुए कहा कि यह ‘हमारे तीन चरणीय इमेजिंग डाटा’ की निरंतरता बनाए रखेगा, जो कि जमीन और पानी से जुड़े विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए बेहद उपयोगी होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रक्षेपण सटीक रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस शानदार काम के लिए और एक और सक्रिय उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के लिए इसरो के पूरे दल को बधाई देना चाहता हूं.’’