दिवाली खुशियों और रोशनी का त्यौहार है। इस बार दिवाली के दिन खास मुहूर्त है। जिसमें पूजा करने से लक्ष्मी मां की खास कृपा आपको मिल सकती है। दीपावली में दुरुधरा योग बन रहा है। कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी का पूजन स्थिर लग्न में करना चाहिए। स्थिर लग्न में पूजन करने से मां लक्ष्मी का आपके घर में वास होता है।
ज्योतिषचार्य के अनुसार चंद्रमा के दोनों ओर शुभ ग्रह रहने से करतरी योग बन रहा है। साथ ही दीपावली में अमृतयोग, प्रीति योग का निर्माण भी हो रहा है। दीपोत्सव के दौरान कई शुभ योग और संयोग बनेंगे, जो लोगों के जीवन में समृद्धि लाएंगे।
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और गणेश का पूजन किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा को पूरे विधि-विधान से करने से सुख सौभाग्य की तो प्राप्ति होती ही है।
अमावस्या तिथि 29 अक्टूबर दिन शनिवार को ही रात में 07 बजकर 52 मिनट से लग रही है जो 30 अक्टूबर 2016 दिन रविवार को रात में 09 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। दिवाली के दिन उद्योग-धंधों के साथ-साथ नवीन कार्य करने एवं पुराने व्यापार में खाता पूजन का विशेष विधान है। दीपावली के दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी के पूजन का मुहूर्त है। सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में माता लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त है। दीपावली पर पूजन का शुभ मुहूर्त शमा 6.31 बजे से 8.27 बजे तक रहेगा। स्वाति नक्षत्र में दिवाली सभी के लिए जीवन में खुशियों का संचार करने वाली होगी।