Ohhh…..तो ये वजह से ऋतिक के डिप्रेशन की ..

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नईदिल्लीः 2014 में दीपिका पादुकोण ने अपने डिप्रेशन के बारे में कई बातें मीडिया से शेयर कीं. अब बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन ने भी अपने डिप्रेशन के बारे में मीडिया को बताया है.

डिप्रेशन से उबर चुके ऋतिक रोशन का कहना है कि मेंटल हेल्‍थ लाइलाज बीमारी नहीं है बल्कि इसका भी सही ढंग से इलाज किया जा सकता है. ऋतिक का कहना है कि अन्य लोगों की तरह उन्होंने भी शक और डिप्रेशन को एक्सपीरिएंस किया है.

42 वर्षीय ऋतिक रोशन ने डिप्रेशन के बारे में बोलते हुए कहा कि उन्होनें अपनी लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और इस सबके दौरान डिप्रेशन का शिकार भी रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि निजी जीवन में मैंने कई अनुभवों का सामना किया है. हम सभी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरते हैं. ये दोनों ही हमारे लिए अहम हैं क्योंकि आप इन अनुभवों से ही निखरते हैं. जब आप उतार के दौर से गुजरते हैं तो उस वक्त सबसे अहम चीज आपके विचारों का क्लीयर होना है. कभी-कभी आप पर भी नेगेटिविटी हावी हो जाती है और आप बेफिजूल की बातें सोचने लगते हैं. ऐसे वक्त पर आपको बेहद समझदारी की जरूरत होती है क्योंकि इसी दौरान कोई दूसरा आपकी मदद करता है.

सन् 2000 में ‘कहो न प्यार है फिल्म’ से अपने करियर शुरू करने वाले ऋतिक ने कहा कि उन्होंने अपने कई दोस्तों को चुपचाप डिप्रेशन और अन्य मेंटल प्रॉब्लम्स से लड़ते हुए देखा है. इस वजह से ही वह इस मुद्दे की गहराई में जाने को विवश हुए.

उन्होंने कहा, ”ये ऐसी चीज है जोकि वर्षों से मेरे दिमाग में रही है. मैंने हमेशा इस पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब हम किडनी या पेट की समस्याओं से जूझते हैं तो इसे बेहद सहजता से लेते हैं और लोगों से साझा करते हैं. लेकिन जब मामला मेंटल हेल्थ से जुड़ा होता है तो हम डर जाते हैं और इसमें खुद का ही दोष खोजते हुए लोगों से इसे छिपाने की जरूरत महसूस करते हैं. हर आदमी जीवन के किसी न किसी मोड़ पर इस समस्या से गुजरता ही है.”

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