उत्तराखंड विधानसभा के चुनावों के लिए पार्टियों ने रणनीतियां तैयार कर ली है। चुनावों में खड़े होने वाले प्रत्याक्षी भी जोरो शारो से जनसभाए संबोधित कर रहे है। ऐसे में पर्यटन मंत्री दिनेश धनै कैसे पीछे रह सकते है। महोदय ने सीना ठोक कर अन्य प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देते हुए कह दिया है जिसे चुनाव लड़ना है वह शूरवीर बनकर मैदान में उतरे।
उन्होंने कहा वे टिहरी सीट से ही विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। जिन्होंने तय नहीं किया है कि वे कहां से लड़ रहे हैं, वे तय कर लें। जो टिहरी से चुनाव लड़ना चाहते हैं मैदान में आएं, बयानवीर न बनें।
कांग्रेस अथवा किसी अन्य दल से चुनाव लड़ने पर विचार करने के संबंध में काबीना मंत्री ने कहा कि किसी भी चीज पर विचार प्रस्ताव मिलने के बाद होता है। जब उन्हें किसी प्रकार का प्रस्ताव मिला ही नहीं, तो क्या कहा जा सकता है। प्रस्ताव मिलने पर परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
पीडीएफ और सरकार के बीच गठबंधन को लेकर कांग्रेस संगठन की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर दिनेश धनै ने फिर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पीडीएफ का समझौता हाईकमान के साथ हुआ है। मुख्यमंत्री हरीश रावत इस गठबंधन के नेता हैं। पीडीएफ अंतिम समय तक सरकार के साथ खड़ा है। किसी दल को चलाने की जिम्मेदारी पीडीएफ की नहीं है।