देहरादून में एक अस्पताल में मरीज के इलाज की कीमत उसकी मौत से ली गई। मृतक मरीज के परिजनों ने अब आरोप लगाया है कि दलाज के पूरे पैसे अस्पताल में जमा नही कराने से मरीज के उपचार को बीच में ही रोक दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
मामला देहरादून के भारत हार्ट इंस्टीटयूट का है। जहां डीएल रोड निवासी रजनीश कुमार ने बताया कि चार दिन पहले सीने में दर्द की शिकायत पर उनके पिता रामपाल सिंह (68 वर्ष) को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डाक्टर ने बताया कि उनके फेफड़ों में पानी भरा है।
परिजनों ने अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज के पैसे पूरे न देने की वजह से अस्पताल में डाक्टरों ने बीच में ही मरीज का उपचार रोक दिया। जिससे मरीज की मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि अस्पताल ने मरीज की एंजियोग्राफी के लिए 4 लाख रूपये जमा कराने की बात कही थी। जिस पर परिजनों ने दो लाख रूपए जमा करने की बात कही थी।
जिसपर उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि दो लाख रुपये वे अभी जमा कर देते हैं और बाकी रकम के बंदोबस्त को कुछ समय मांगा। रजनीश ने आरोप लगाया कि पैसा जमा न करने के कारण डाक्टर ने उनके पिता का इलाज नहीं किया। जिसके बाद उनकी मौत हो गई।