पौड़ी गढ़वाल: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के सरकारी दावों के बीच जमीनी हकीकत की अलग ही तस्वीरें सामने आ रहे हैं। अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को न तो समय पर इलाज मिल पा रहा है और न ही मानवीय संवेदनशीलता। ऐसा ही एक गंभीर मामला एकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पाटीसैण से सामने आया है।
इलाज के बजाय जमीन पर लिटाया गया घायल मरीज
गुरुवार को उपचार के लिए लाए गए एक घायल व्यक्ति को अस्पताल में बेड उपलब्ध कराने के बजाय परिसर में ही जमीन पर लिटा दिया गया। आरोप है कि मरीज को न तो तत्काल उपचार दिया गया और न ही बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई गईं। इस पूरी घटना का एक वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ग्रामीणों में आक्रोश, स्वास्थ्य विभाग पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में पहले ही स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं। ऐसे में मरीजों के साथ इस तरह का व्यवहार बेहद पीड़ादायक और अपमानजनक है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
उत्तराखंड में स्वस्थ्य सेवाओं की बदहाली, जमीन पर लेटा रहा घायल नसीब नहीं हुआ बेड #UTTARAKHAD @drdhansinghuk pic.twitter.com/a3hKulDOxu
— Vision2020 (@newsvision2020) December 19, 2025
ग्रामीण रेवत सिंह ने बताई पूरी घटना
ग्रामीण रेवत सिंह ने बताया कि क्षेत्र के एक व्यक्ति के गिरने से गंभीर चोट लग गई थी। स्थानीय लोग उसे उपचार के लिए पीएचसी पाटीसैण लेकर पहुंचे, लेकिन वहां इलाज के बजाय उसे जमीन पर ही छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी पहले से ही लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है, और जो लोग गांवों में रह रहे हैं, उनके साथ इस तरह का व्यवहार बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सीएमओ का बयान: जांच के आदेश
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पौड़ी गढ़वाल डॉ. शिव मोहन शुक्ला ने कहा कि प्रकरण उनके संज्ञान में आया है और इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि 108 एंबुलेंस के जरिए एक मरीज को पीएचसी लाया गया था, जो शराब के नशे में था। आरोप है कि एंबुलेंस कर्मचारियों ने मरीज को बेड पर लिटाने के बजाय जमीन पर छोड़ दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि पीएचसी पाटीसैण में वर्तमान में वार्ड बॉय की तैनाती नहीं है और उस समय केवल महिला कर्मचारी मौजूद थीं, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।
घटना को राजनीतिक रंग देने का आरोप
सीएमओ ने यह भी कहा कि कुछ समय बाद हालात सामान्य हो गए थे, लेकिन कुछ लोगों द्वारा वीडियो बनाकर इस घटना को राजनीतिक रूप देने का प्रयास किया गया। घायल व्यक्ति का नाम अर्जुन भंडारी (42 वर्ष) है। जिसे गुरुवार को गांव पिपली जाते समय गिरने से चोट लग गई थी। इसके बाद 108 एंबुलेंस से उन्हें पीएचसी पाटीसैण लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद एक्स-रे के लिए उन्हें पौड़ी भेजा गया है





