
मसूरी के मालरोड स्थित रोपवे में एक ट्राली के हवा में फंसने के कारण हड़कंप मच गया। सुबह आठ बजे ट्राली में पांच लोग फंस गए जिसमें से एक बेहोश हो गया। इस सूचना से गनहिल में अफरा-तफरी मच गई। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। करीब एक घंटे रेस्क्यू आपरेशन में सबसे पहले ट्रॉली में ‘बेहोश’ व्यक्ति को सुरक्षित निकाला गया और फिर बाकी चार लोगों को भी नीचे उतारा गया। ये पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन करीब एक घंटे तक चला।
मसूरी में गनहिल रोपवे पर हवा में लटकी ट्राली
मसूरी के प्रसिद्ध गनहिल रोपवे पर बुधवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक ट्रॉली हवा में फंस गई और उसमें पांच लोगों के फंसे होने की सूचना आई। इनमें से एक व्यक्ति के बेहोश होने की खबर ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी। कुछ ही मिनटों में मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और पूरा इलाका तनावपूर्ण नजर आने लगा। हालांकि थोड़ी ही देर में स्थिति स्पष्ट हुई कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि एक पूर्व नियोजित मॉक ड्रिल थी। जिसे आपात स्थिति से निपटने की तैयारी के तहत अंजाम दिया गया था।
मॉक ड्रिल से जांची गई सुरक्षा व्यवस्थाएं
बता दें कि इस मॉक ड्रिल का आयोजन एसडीएम मसूरी राहुल आनंद के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने बताया कि मसूरी सहित राज्य के सभी रोपवे स्थलों पर हर छह महीने में मॉक ड्रिल आयोजित की जाती है। ताकि किसी आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्य में कोई चूक न हो। ये केवल अभ्यास नहीं, बल्कि वास्तविक स्थिति में कार्रवाई की तैयारी का हिस्सा है। मॉक ड्रिल के दौरान केवल रेस्क्यू ऑपरेशन का अभ्यास ही नहीं हुआ, बल्कि रोपवे संचालन करने वाली एजेंसी द्वारा किए गए सुरक्षा इंतज़ामों की भी समीक्षा की गई।
आपदा की स्थिति में प्रशासन और रेस्क्यू एजेंसियां तैयार
एसडीएम राहुल आनंद ने बताया कि रोपवे ऑपरेटर द्वारा रखरखाव, तकनीकी जांच, स्टाफ प्रशिक्षण और आपात स्थिति में अलर्ट सिस्टम की कार्यप्रणाली को परखा गया। इससे सुनिश्चित होता है कि कोई भी खामी पहले ही दूर कर ली जाए। इस मॉक ड्रिल का सबसे बड़ा फायदा यह रहा कि मसूरी वासियों और पर्यटकों को ये भरोसा मिला कि आपदा की स्थिति में प्रशासन और रेस्क्यू एजेंसियां पूरी तरह से तैयार हैं।