उत्तरकाशी: पहाड़ों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। शनिवार देर रात से हो रही लगातार बारिश ने उत्तरकाशी जनपद को जैसे थाम कर रख दिया है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाओं के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं, जिससे न सिर्फ स्थानीय लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही भी बुरी तरह से बाधित हो गई है।
राजमार्गों पर पत्थर और मलबा, आवाजाही ठप
गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी, रतूडीसेरा, नेताला, सालंग, और गंगनानी के बीच लगातार मलबा और पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। वहीं यमुनोत्री मार्ग पर डाबरकोट, पालीगाड़, रानाचट्टी, और राड़ी टॉप जैसे संवेदनशील स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
बीआरओ और एनएच की मशीनें लगातार मार्गों को खोलने में लगी हैं, लेकिन लगातार बारिश और पत्थर गिरने की घटनाओं ने राहत कार्यों को भी जोखिम भरा बना दिया है।
ग्रामीणों को भारी परेशानी, कई किमी पैदल चल रहे लोग
मार्ग बंद होने के कारण ग्रामीणों को अपने रोज़मर्रा के कामों के लिए जिला मुख्यालय और तहसील परिसर तक पहुंचने में भारी दिक्कतें हो रही हैं। मजबूरी में लोग कई किलोमीटर पैदल चलकर आवाजाही कर रहे हैं। कई गांवों का संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है, जिससे संकट और बढ़ गया है।
यमुना घाटी में उफनती नदी-नाले, लोगों में डर का माहौल
यमुना घाटी में यमुना नदी सहित गाड़-गदेरे उफान पर हैं, जिससे आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं। बड़कोट नगर पालिका क्षेत्र में तीनों गदेरे उफान पर हैं, और लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं। 2013 की आपदा की यादें लोगों के जेहन में ताज़ा हो गई हैं।
मैक्स वाहन पर गिरा पेड़, छह घायल
धनारी क्षेत्र के पिपली में एक मैक्स वाहन पर भारी पेड़ गिर गया, जिसमें सवार छह लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और 108 आपातकालीन सेवा ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया।
प्रशासन ने की अपील – सावधानी बरतें, गैरज़रूरी यात्रा न करें
आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसाईं ने बताया कि दोनों हाईवे को जल्द से जल्द सुचारू करने की कोशिश जारी है। लेकिन लगातार गिरते पत्थरों और बारिश के चलते बीआरओ और एनएच की टीमों को दिक्कतें आ रही हैं।
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता, तब तक गैरज़रूरी यात्रा से बचें और सतर्क रहें।