PM Modi Speech: जिस तरह कांग्रेस आरएसएस के जिक्र को मुद्दा बना रही है, ठीक वैसे ही बीजेपी भी राहुल गांधी और खरगे की अनुपस्थिति को मुद्दा बना सकती है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अपने तीसरे कार्यकाल के दूसरे संबोधन में उन्होंने आतंकवाद, अर्थव्यवस्था, युवाओं, किसानों, मिडिल क्लास, आरएसएस और आगामी चुनावों पर कई अहम संदेश दिए।
आर्थिक मोर्चे पर भरोसा
अमेरिका के टैरिफ को लेकर उठी चिंताओं के बीच पीएम मोदी ने देश को आर्थिक मजबूती का आश्वासन दिया। दीपावली पर बड़े उपहार के रूप में जीएसटी सुधार की घोषणा की, जिससे आवश्यक वस्तुओं के दाम घटेंगे और मांग में बढ़ोतरी होगी।
चुनावी संकेत और घुसपैठ का मुद्दा
आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी ने घुसपैठ को “देश की डेमोग्राफी बदलने की साजिश” करार दिया और इसे रोकने के लिए मिशन शुरू करने की बात कही।
आरएसएस की तारीफ, कांग्रेस की चुभन
आरएसएस के शताब्दी वर्ष का जिक्र कर पीएम मोदी ने इसे “विश्व का सबसे बड़ा एनजीओ” बताया और स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया। कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और संघ के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान पर सवाल उठाए।
युवाओं के लिए रोजगार योजना
“प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” की शुरुआत का ऐलान किया, जिसके तहत निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 प्रोत्साहन मिलेगा। एक लाख करोड़ रुपये की इस योजना का लक्ष्य 3.5 करोड़ रोजगार अवसर बनाना है।
विज्ञान और आत्मनिर्भरता पर जोर
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर, ऑपरेशन गगनयान, नेशनल डीप वॉटर मिशन और देश के अपने स्पेस सेंटर की घोषणा की। साथ ही 2047 तक न्यूक्लियर ऊर्जा क्षमता तीन गुना करने और 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा।
पाकिस्तान को चेतावनी
जयद्रथ प्रसंग और सिंधु जल संधि का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते”, और आतंकवाद के समूल नाश का संकल्प दोहराया।
विपक्ष की दूरी
इस बार लाल किले के समारोह से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे दूर रहे, जिसे लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज़ होने की संभावना है।