मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पर्यटन विभाग की ‘गेम चेंजर योजनाओं’ की वर्चुअल समीक्षा की। बैठक में पर्यटन नीति-2023 के तहत निजी निवेश, ग्रामीण पर्यटन, स्वरोजगार योजनाएं, और शीतकालीन पर्यटन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पर्यटन केवल सैलानियों की संख्या तक सीमित नहीं, बल्कि यह आर्थिक सशक्तिकरण और पलायन रोकने का सशक्त माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटन स्थलों की वहन क्षमता का आकलन हो और नए डेस्टिनेशन विकसित किए जाएं। होम स्टे योजनाओं, ट्रैकिंग ट्रैक्शन योजना, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना और विवाह पर्यटन को विस्तार देने पर विशेष बल दिया गया। उन्होंने ‘स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन’ की अवधारणा को भी साकार करने केT निर्देश दिए।
समीक्षा में बताया गया कि अब तक 5331 होम स्टे पंजीकृत हुए हैं और 584 लाभार्थियों को ट्रैकिंग ट्रैक्शन योजना से जोड़ा गया है। पर्यटन उद्यमी प्रोत्साहन योजना के तहत 909 निवेशक पंजीकृत हुए हैं, जिनमें 70% स्थानीय निवेशक शामिल हैं।
बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।