चमोली : आगामी रूद्रनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने गुरुवार को मंदिर के पुजारियों, हक हकूक धारियों और संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने यात्रा के सुगम संचालन के लिए सभी समितियों और विभागों से संयुक्त रूप से काम करने की अपील की, ताकि यात्रियों को रूद्रनाथ यात्रा में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, उन्होंने वन विभाग को रूद्रनाथ पैदल मार्ग के सुधार और यात्रा मार्ग पर साइनबोर्ड एवं रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश दिए।
पुलिस विभाग को रूद्रनाथ मंदिर परिसर में रोटेशन के आधार पर पुलिस और होमगार्ड की तैनाती करने की बात कही। साथ ही, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फ्रस्ट ऐड किट के साथ वॉलंटियरों को प्राथमिक उपचार और ऑक्सीजन सिलेंडर के उपयोग का प्रशिक्षण देने का निर्देश भी दिया। इसके अतिरिक्त, बीएसएनएल को यात्रा मार्ग पर नेटवर्क कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
गोपीनाथ मंदिर समिति द्वारा यात्रियों के वाहनों को बस स्टैंड तक लाने के अनुरोध पर जिलाधिकारी ने एसडीएम, ईओ और पुलिस को संयुक्त रूप से मंदिर मार्ग पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए नियमित अभियान चलाने के निर्देश दिए, ताकि यात्री सुगमता से यात्रा कर सकें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी तरुण एस ने जानकारी दी कि यात्रा से पहले 5 गांवों में ईडीसी (इको डेवलपमेंट कमेटी) का गठन किया गया है। इन ईडीसी के माध्यम से टेंट आवंटित किए जाएंगे और यात्रा मार्ग पर बायो टॉयलेट लगाए जाएंगे। साइन बोर्ड भी तैयार हैं, और इस बार यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन परमिट की व्यवस्था की जाएगी। बाहरी श्रद्धालुओं के लिए परमिट अनिवार्य होगा, जबकि स्थानीय लोग अपने आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र का उपयोग कर सकते हैं।
प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक दिन 2 बजे तक और अधिकतम 140 श्रद्धालु ही रुद्रनाथ जा सकेंगे। इस तरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने से यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिलेगा और यात्रा को व्यवस्थित ढंग से चलाया जा सकेगा।