नई दिल्ली – यूजीसी ने सीयूईटी (CUET UG) परीक्षा प्रक्रिया में सुधार का बड़ा फैसला लिया है। आगामी सत्र 2025 से, सीयूईटी परीक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जो छात्रों के लिए अधिक सुविधाजनक और अनुकूल होंगे।
किसी भी विषय में दे सकेंगे परीक्षा
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने घोषणा की कि अब छात्र कक्षा 12वीं में पढ़े गए विषयों की परवाह किए बिना किसी भी विषय में सीयूईटी-यूजी परीक्षा दे सकेंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार अधिक विकल्प मिलेंगे। इसके साथ ही, अब यह परीक्षा केवल कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में आयोजित की जाएगी।
परीक्षा में बदलाव
2025 से सीयूईटी-यूजी परीक्षा में बदलाव होंगे। पहले जहां 37 विषयों में परीक्षा आयोजित की जाती थी, वहीं अब यह 63 विषयों में आयोजित होगी। इसके अलावा, छात्रों को एक ही बार में पांच विषयों की परीक्षा देने का मौका मिलेगा और सभी परीक्षा की अवधि 60 मिनट होगी। इसके साथ ही, वैकल्पिक प्रश्नों को भी समाप्त कर दिया जाएगा।
विशेषज्ञ समिति की समीक्षा
यह बदलाव यूजीसी द्वारा बनाई गई एक विशेषज्ञ समिति की समीक्षा के बाद लागू किए गए हैं। समिति ने सीयूईटी यूजी और पीजी परीक्षा संचालन की प्रक्रिया का विस्तृत मूल्यांकन किया था।
यूजीसी द्वारा शीघ्र जारी होगा मसौदा प्रस्ताव
यूजीसी अध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही आयोग सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी 2025 के लिए संशोधित दिशा-निर्देशों का मसौदा प्रस्ताव जारी करेगा। इस प्रस्ताव में छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और संस्थानों से सुझाव और फीडबैक आमंत्रित किए जाएंगे।
सीयूईटी की शुरुआत और तकनीकी समस्याएँ
सीयूईटी परीक्षा की शुरुआत 2022 में हुई थी, जिसे पहले सीयूसीईटी (Central Universities Common Entrance Test) के नाम से जाना जाता था। पहले संस्करण के दौरान परीक्षा तकनीकी गड़बड़ियों से जूझ रही थी, जिसके कारण परिणाम की घोषणा से पहले अंकों को सामान्य करना पड़ा। इसके बाद 2024 में पहली बार हाइब्रिड मोड में परीक्षा आयोजित की गई, लेकिन कुछ कारणों से दिल्ली में इसे रद्द कर दिया गया था।
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