पिथौरागढ़: प्रादेशिक सेना की भर्ती में शामिल होने पहुंचे युवाओं के लिए पिथौरागढ़ में ठहरने की व्यवस्था एक बड़ा संकट बन गई। सेना भर्ती के लिए देशभर से 10,000 से ज्यादा युवा 12 नवंबर से 27 नवंबर तक पिथौरागढ़ के देवकटिया मैदान जाजरदेवल में भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे थे। लेकिन जब इन युवाओं को ठहरने के लिए जगह नहीं मिली, तो उन्हें खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में रात बितानी पड़ी।
पिथौरागढ़ के नगर और आसपास के इलाकों में स्थित होटल, स्कूल, रैन बसेरे पूरी तरह से पैक हो गए थे। कुछ स्कूलों को अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए अधिग्रहित किया गया, लेकिन इनकी संख्या भी अपर्याप्त साबित हुई। इससे कई युवाओं को रात बिताने के लिए खेतों में खुले में रहना पड़ा। कुछ युवाओं ने तो मंदिरों में शरण ली। पुलिस और प्रशासन के लिए यह स्थिति भी काफी चुनौतीपूर्ण बन गई, क्योंकि अभ्यर्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी।
पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने मंगलवार को सेना, पुलिस, परिवहन, जल संस्थान, नगर निगम और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नगर के स्कूलों में 21 से 23 नवंबर तक तीन दिन का अवकाश किया जाएगा, ताकि इन स्कूलों में युवाओं के ठहरने की व्यवस्था की जा सके। इन स्कूलों में जल, सफाई, चिकित्सा और शौचालय की व्यवस्था भी की जाएगी।
इस दौरान, जल संस्थान को भर्ती स्थल के पास पानी की व्यवस्था करने, सीएमओ को स्वास्थ्य कर्मियों और आवश्यक उपकरणों के साथ एंबुलेंस तैनात करने, और नगर निगम को सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, मोबाइल टॉयलेट की भी व्यवस्था की जाएगी।
युवाओं के रात्रि विश्राम के लिए जिन स्कूलों को अधिग्रहित किया गया है, उनमें सरस्वती देव सिंह इंटर कॉलेज, केएनयू इंटर कॉलेज, मिशन इंटर कॉलेज, बालिका इंटर कॉलेज भाटकोट, गंगोत्री गर्ब्याल बालिका इंटर कॉलेज, सातशिलिंग इंटर कॉलेज, बुल्स आई पब्लिक स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर जाजरदेवल, बियर शिबा पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन, डॉन बॉस्को पब्लिक स्कूल रई, मानस एकेडमी, विवेकानंद इंटर कॉलेज, दयासागर इंटर कॉलेज, दयानंद इंटर कॉलेज, सोरवैली पब्लिक स्कूल, ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल, और आइडियल पब्लिक स्कूल जाजरदेवल शामिल हैं।