देहरादून – नगर पालिका ने शहर के भवनों पर यूनिक आईडी प्लेट लगाने का 90 फीसदी कार्य पूरा कर लिया है। यह पहल स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नवंबर से नगर पालिका एप के माध्यम से कूड़ा निस्तारण, छंटाई और सेप्टेज प्रबंधन की व्यवस्था की निगरानी करेगी।
डिजिटल भवन नंबर से मजबूत होगी व्यवस्था
अब आवासीय और व्यावसायिक भवनों को डिजिटल भवन नंबर भी मिला है, जिससे कूड़ा निस्तारण और सेप्टेज टैंक प्रबंधन की व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी। नगर पालिका क्षेत्र में 6400 भवन हैं, जिनमें से 4500 आवासीय और 1900 व्यावसायिक हैं। वर्तमान में, नगर पालिका क्षेत्र से रोजाना 15 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र किया जाता है।
कूड़ा उठान और सेप्टेज प्रबंधन
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट के अनुसार, घरों से शत-प्रतिशत कूड़े का उठान हो रहा है, लेकिन आवासीय भवनों से 70 फीसदी और व्यावसायिक भवनों से 40 फीसदी कूड़ा मिल रहा है। सेप्टेज प्रबंधन की जिम्मेदारी अब नगर पालिका और जलसंस्थान विभाग के पास है।
यूनिक आईडी और क्यूआर कोड
नगर पालिका ने शहर का डिजिटल सर्वे करवाया था, जिसके तहत भवनों पर यूनिक आईडी नंबर के साथ क्यूआर कोड की प्लेट चस्पा की जा रही है। कर्मचारी एप के माध्यम से क्यूआर कोड को स्कैन कर कूड़ा उठान की जानकारी प्राप्त करेगा। इससे मिश्रित कूड़ा देने वाले भवनों का चिह्नीकरण किया जा सकेगा।
सेप्टिक टैंक की जानकारी
क्यूआर कोड के माध्यम से नगर पालिका को यह भी पता चलेगा कि किस भवन का सेप्टिक टैंक भरने जा रहा है। भवन मालिकों को सेप्टिक टैंक भरने की तिथि के बारे में समय से सूचित किया जाएगा। नगर पालिका निर्धारित शुल्क पर घर बैठे सेप्टिक टैंक खाली करने की सुविधा भी मुहैया करवाएगी।
यह नई व्यवस्था नवंबर के पहले सप्ताह से लागू की जाएगी, जिससे नगर पालिका की कूड़ा निस्तारण और सेप्टेज प्रबंधन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
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