उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेशभर के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की इमारतों की स्थिति का पुनर्निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने स्कूलों की ग्रेडिंग को चार श्रेणियों—A, B, C, और D में वर्गीकृत करने का निर्देश दिया।
उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा के निदेशक लीलाधर व्यास ने बताया कि A श्रेणी में वे स्कूल शामिल हैं जो पूरी तरह से सुलभ हैं और जिन्हें किसी निर्माण कार्य की आवश्यकता नहीं है। वहीं, B और C श्रेणी में उन स्कूलों को रखा गया है जिन्हें मरम्मत की आवश्यकता है। D श्रेणी के स्कूलों की स्थिति अधिक गंभीर है, जहां ध्वस्तीकरण की आवश्यकता महसूस की गई है और नए निर्माण के प्रस्तावित योजनाएं तैयार की गई हैं।
डॉ. रावत ने कहा कि यह पहल स्कूलों के बुनियादी ढांचे को सुधारने और छात्रों के लिए सुरक्षित और सुलभ शिक्षा का माहौल बनाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों से तेजी से कार्यवाही करने का निर्देश दिया ताकि स्कूलों की स्थिति में सुधार हो सके।
यह कदम शिक्षा क्षेत्र में सुधार के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।