नैनीताल/रामनगर – कॉर्बेट प्रशासन ने आज दो टाइगर को स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद कॉर्बेट पार्क के ढेला रेंज में स्थित रेस्क्यू सेंटर से भेजा देहरादून जू, अब ये दो हमलावर बाघ देहरादून ज़ू बाघ बाड़े में बढ़ाएंगे ज़ू की शोभा। विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से आज सुबह बाघों को देहरादून स्थित नए चिड़ियाघर भेजने की कार्रवाई की गयी है। जिसको लेकर पूर्व में कॉर्बेट पार्क में बाघों के स्वास्थ्य परीक्षण की कार्रवाई की गई। जिसकी रिपोर्ट सही आने के बाद आज 2 बाघों को देहरादून ज़ू भेज दिया गया।
बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में व इसके आसपास से लगते क्षेत्रों से लगातार मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं सामने आती रही है। जिस पर पार्क प्रशासन द्वारा लगातार मानव पर हमला करने वाले बाघों को कॉर्बेट पार्क से लगते ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार रेस्क्यू करने का कार्य किया जाता है। जिसको देखते हुए कॉर्बेट प्रशासन को कई बार मानवों को निवाला बनाने वाले इन बाघों को रेस्क्यू करना पड़ता है। बीते वर्ष कॉर्बेट पार्क के अलग-अलग क्षेत्र में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटना के बाद दो बाघों को पार्क प्रशासन द्वारा देहरादून जू में भेजने की कार्रवाई की गयी है। जिसको लेकर पूर्व में कॉर्बेट पार्क में बाघों के स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था, जिसकी रिपोर्ट सही आने के बाद दोनों बाघों को देहरादून जू भेजा गया।
वहीं कॉर्बेट पार्क के उपनिदेशक दिगंथ नायक ने बताया हमारे चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की अनुमति के बाद दो टाइगरों को कॉर्बेट पार्क के ढेला रेस्क्यू सेंटर से आज देहरादून जू भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों नर बाघ बाघों को रेस्क्यू वाहनों में देहरादून जू भेजा गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय चिडियाघर प्राधिकरण द्वारा निर्धारित नियमों के अन्तर्गत कार्यवाही की गयी है। दोनों नर बाघों की उम्र 4-6 वर्ष के मध्य है तथा इनमें से एक को कार्बट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज के अन्तर्गत धनगढी क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया था जबकि दूसरे बाघ को तराई केन्द्रीय वन प्रभाग के दानीबंगार अल्मोड़ा क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया था।
बता दें कि अगर बाघ आदमखोर है तो उसे जू भेजने की कार्रवाई की जाती है। बता दें कि अब कॉर्बेट पार्क के ढेला रेस्क्यू सेंटर में 7 बाघ व 9 गुलदार मौजूद हैं। जिनको अलग-अलग क्षेत्र से रेस्क्यू कर ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर लाया गया है।