भारतीय नौसेना ने महज 24 घंटे के अंदर अरब सागर में हाईजैकिंग की दो बड़ी कोशिशों को किया नाकाम।

नई दिल्ली – भारतीय नौसेना ने 28 और 29 जनवरी को महज 24 घंटे के अंदर अरब सागर में समुद्री लुटेरों द्वारा हाईजैकिंग की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम किया है। रक्षा मामलों से जुड़े अफसरों के मुताबिक, भारतीय नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने रविवार को ईरान के जहाज एफवी ईमान को बचाने के बाद एक और अभियान में जहाज अल नईमी को सोमालियाई लुटेरों के शिकंजे से छुड़ाया। बताया गया है कि इस अभियान में भारत के मरीन कमांडोज ने भी हिस्सा लिया।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना केरल के कोच्चि के तट से 800 मील दूर अरब सागर में हुई। लुटेरों ने यहां ईरान के झंडे वाले जहाज और उसमें सवार क्रू सदस्यों को बंधक बना लिया। इसके बाद भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा को भेजकर सभी को सुरक्षित निकाल लिया। अधिकारियों ने कहा कि जहाजों की सुरक्षा के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में हर जगह भारत की कड़ी निगरानी है।

भारतीय नौसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि 29 जनवरी को उसने अल-नईमी को बचाने के लिए अभियान चलाया। इसमें सवार क्रू के सभी 19 सदस्य पाकिस्तानी नागरिक हैं। मरीन कमांडोज ने इस जहाज को घेरने के बाद ऑपरेशन भी चलाया और लुटेरों के शिप से भागने की पुष्टि की। साथ ही क्रू सदस्यों के हालचाल भी जाने।

28 जनवरी को भी समुद्री लुटेरों से छुड़ाया था जहाज
हिंद महासागर को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार सक्रिय भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अदन की खाड़ी के पास अगवा किए एक ईरानी पोत और 17 क्रू सदस्यों को सोमवार को लुटेरों के कब्जे से छुड़ा लिया था। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, एंटी-पायरेसी अभियान के तहत अरब सागर में तैनात आईएनएस सुमित्रा ने ईरानी जहाज से मदद की गुहार मिलने पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और अगवा किए गए जहाज को बचाया गया।

नौसेना के प्रवक्ता मधवाल ने बताया था कि सोमालिया के पूर्वी तट और अदन की खाड़ी के बीच समुद्री डकैती रोधी अभियानों पर तैनात आईएनएस सुमित्रा ने ईरानी झंडे के मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) ईमान से मिले संकट संदेश का जवाब दिया। उसने अगवा किए गए जहाज को रोका और चालक दल के सभी 17 सदस्यों की सुरक्षित रिहाई के लिए समुद्री डाकुओं को मजबूर करने के लिए स्थापित एसओपी के मुताबिक कार्रवाई की। बाद में पूरे जहाज की तलाशी ली गई, ताकि कोई समुद्री लुटेरा जहाज में छिपा नहीं रहे। इसके बाद जहाज को आगे के लिए रवाना किया गया। कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि भारतीय नौसेना का यह प्रयत्न हिंद महासागर क्षेत्र को समुद्री डकैती मुक्त बनाने के भारत के संकल्प का प्रतीक है।

बढ़ रहा भारतीय नौसेना का कद
हिंद महासागर में भारतीय नौसेना का कद और प्रासंगिकता बढ़ रही है। दो दिन पूर्व भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने 22 भारतीय चालक दल वाले मार्शल आईलैंड के एक वाणिज्यिक तेल टैंकर में लगी आग को बुझाया था। यूएस सेंट्रल कमांड के मुताबिक, अदन की खाड़ी में एमवी मार्लिन लुआंडा जहैज पर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने मिसाइल हमला किया गया था।

डेढ़ माह में कई बचाव अभियान
भारतीय नौसेना ने 5 जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरियाई जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर सभी क्रू सदस्यों को सुरक्षित बचाया था।  23 दिसंबर को नौसेना ने भारत के पश्चिमी तट पर लाइबेरिया के झंडे वाला जहाज एमवी केम प्लूटो को ड्रोन हमले से बचाया था। नौसेना ने उत्तर, मध्य अरब सागर सहित सभी अहम समुद्री मार्गों की सुरक्षा के लिए जहाजों-विमानों की तैनाती बढ़ा दी है।

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