टाइगर रिजर्व के निदेशकों और संबंधित फिल्ड अधिकारियों को तत्काल गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। चिन्हित संवेदनशील क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाने, तंबुओं इत्यादि में रह रहे लोगों का सत्यापन करने, मंदिरों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों, परित्यक्त इमारतों, सार्वजनिक आश्रय स्थलों में संदिग्ध खानाबदोश लोगों की जांच करने को कहा गया है। इस काम में स्थानीय पुलिस थानों की मदद लेने के निर्देश दिए गए हैं।
इनमें जारी किया गया अलर्ट
उत्तराखंड में स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, राजाजी टाइगर रिजर्व के अलावा सतपुड़ा, ताडोबा, पेंच, अमानगढ़, पीलीभीत, वाल्मिकी, बालाघाट, गढ़चिरौली, चंद्रपुर जैसे टाइगर रिजर्व में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दो माह बाद भी नहीं हो पाई बाघिन की सर्जरी
कुमाऊं के रामनगर स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में शिकारियों के फंदे में फंसी बाघिन की अभी तक सर्जरी नहीं हो पाई है। तार अब भी बाघिन के पेट में धंसा है, हालांकि उसकी हालत स्थित है। करीब दो माह पहले यह बाघिन कैमरा ट्रैप में कैद हुई थी। इसके बाद पार्क प्रशासन ने बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर में रख दिया था। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के स्तर से बाघिन की सर्जरी के संबंध में पशु चिकित्सकों का एक दल बनाया गया था। ताकि बाघिन की सर्जरी के संबंध में फैसला लिया जा सके। कॉर्बेट के निदेशक धीरज पांडेय ने बताया कि वह चिकित्सकों के दल का इंतजार कर रहे हैं। दल में देशभर के विशेषज्ञ शामिल हैं।