देहरादून/मसूरी – मसूरी में देर शाम को माल रोड पर हूटर बजाकर चलने वाले वीआईपी को महंगा पड़ गया। बताया जा रहा है वही पुलिस को वीआईपी और सुरक्षा कर्मियों की गिरफतारी को लेकर लोगो और पुलिस के बीच तीखी नौकझौक भी हुई। बता दे कि वीआईपी अपनी पांच गाड़ी के काफिले के साथ प्रतिबंधित समय पर माल रोड ग्रीन चौक पर पहुंचा। जहां पर सामाजिक कार्यकर्ता पंकज अग्रवाल द्वारा हूटर का प्रयोग और गाड़ियों की धीमी गति से चलने के लिए बोला गया।
जिस पर वीआईपी के सुरक्षाकर्मी उतरे और पंकज अग्रवाल के साथ अभद्रता कर उसको मारपीट कर बंदूक दिखाने लगे। वही मामला इतना बढ़ गया कि पंकज अग्रवाल ने अपनी जान बचाने को लेकर राजीव अग्रवाल की दुकान में घुसा, जहां पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा उसक पीटा गया और उसको जान से मारने की धमकी दी गई। जिस पर एकाएक मसूरी के लोग इकट्ठा हो गए और वीआईपी गाड़ियों को घेर लिया जबकि जिस गाड़ी में वीआईपी था वह गाड़ी वहां से भागने में कामयाब रही। देखते ही देखते लोगों का गुस्सा बढ़ता चला गया। मसूरी व् व्यापार मंडल के महामंत्री जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेन्द्र सिंह उनियाल और सामाजिक कार्यकर्ता भरत कुमाई ने वीआईपी के सुरक्षा बल के द्वारा किए गए अभद्रता और मारपीट को लेकर जमकर विरोध किया।
घटना की सुचना मिलते ही मसूरी कोतवाल दिगवाल सिंह कोहली पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुचे परन्तु व्यापारियों का आक्रोश के आगे पुलिस की नही चली वह व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने वीआईपी का नाम का खुलासा किए जाने और सभी सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किए जाने को लेकर जमकर प्रदर्शन किया वहीं मालरोड का जाम कर दिया गया। सीओ मसूरी नीरज सेमवाल द्वारा मौके पर पहुंच गए और किसी तरीके से मामले को शांत करने की कोशिश की गई परंतु स्थानीय लोग व्यापारियों ने वीआईपी और उसके सुरक्षाकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देर शाम तक माल रोड पर जमे रहे।
मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री जगजीत कुकरेजा ने कहा कि आए दिन मसूरी का माहौल खराब होते जा रहा है नगरपालिका की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा रही है शाम 5 बजे के बाद प्रतिबंधित समय पर स्थानीय लोगों के लिए नियम कानून लागू किए जा रहे हैं व माल रोड पर प्रवेश करने नहीे दिया जा रहा है।
ऐसे में एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा वीआईपी को माल रोड पर हल्की गाड़ी और हुटर ना बजाए जाने का विरोध किया। परन्तु उसके सुरक्षाकर्मी द्वारा अभद्रता और मारपीट की गई वह जान से मारने की धमकी दी गई। उन्होंने कहा कि मसूरी में अराजकता का माहौल किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सुरक्षाकर्मियों और वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं होता वह मसूरी की जनता के साथ प्रदर्शन करते रहेंगे।
पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल और समाजिक कार्यकर्ता भरत कुमाई ने कहा कि मसूरी में कुछ लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में माल रोड पर प्रतिबंधित समय पर गाड़ियां कैसे घुस गई। एक बहुत बड़ा प्रश्न है और उसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को पर दिखने लगा है।
उन्होंने कहा कि मसूरी में महौल में किसी भी हाल में खराब नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस वीआईपी के नाम का खुलासा करें व वीआईपी और सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई करें। अन्यथा वह एसएसपी देहरादून व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात करेंगे। अगर उनके द्वारा भी इस पूरे मामले का संज्ञान नहीं लिया गया तो मसूरी को भी बंद किया जा सकता है। बताया जा रहा है वीआईपी दिल्ली का उद्योगपति है जिसका नाम कुणाल चावला है। वो अकसर मसूरी में 5 से 6 गाड़ियों का काफिला लेकर आता है। सभी नियमों को ताख पर रखकर मालरोड पर घुस कर हूटर बजाने के साथ लोगो को परेशान करने का काम करता है। परन्तु मसूरी पुलिस वीआईपी पर किसी प्रकार की कार्यवाही करने को तैयार नही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।