उन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के भी आरोप थे। विजिलेंस ने करीब डेढ़ माह तक इस मामले में गोपनीय जांच की। इसके अलावा राज्य सहकारी बैंक के पूर्व महाप्रबंधक देहरादून दुग्ध संघ और राज्य सहकारी बैंक के पूर्व अफसरों के खिलाफ आई थी शिकायत। दोनों अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिक जांच कर विजिलेंस ने विस्तृत जांच के लिए शासन से अनुमति मांगी थी।
इसी क्रम में बुधवार को मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु की अध्यक्षता में सतर्कता समिति की बैठक हुई। इसमें दोनों अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश हो गए हैं।






