हरिद्वार – बहादराबाद ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय टीरा टोंगिया मे विद्युत विभाग की भारी लापरवाही के चलते भेजा गया 6 लाख से अधिक का बकाया बिजली बिल। इतनी बड़ी रकम का बकाया बिल देखकर सब रह गए हैरान और यही नहीं मजे की बात तो यह है कि स्कूल में किसी तरह का बिजली रीडिंग मीटर नहीं लगाया गया है।
बिजली मीटर लगाने को लेकर पहले भी अध्यापक द्वारा शिकायत करने पर बिजली विभाग के कुछ मीटर कर्मचारी के ऊपर कारवाई हो चुकी है लेकिन फिर भी नहीं लगा इस विद्यालय में बिजली रीडिंग मीटर। अब सोचना यह है कि आखिर किस यंत्र से नाप कर 6 लाख रुपये से अधिक बिजली का बकाया बिल इस विद्यालय को भेजा गया।
अब यह भी सोचना गलत नहीं है कि शायद भ्रष्टाचार का कोई नया तरीका निकाला गया हो। अब अगर इस घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच होती है तो किस किस पर गाज गिरेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
हरिद्वार के ग्राम टिहरा टोंगिया में स्थित प्राथमिक विद्यालय में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते 6 लाख 20 हजार 6 सौ 62 रुपये से बिल भेजा गया। आपको बताते चलें कि उक्त विद्यालय में कई वर्ष बीत जाने के बाद भी विद्युत विभाग के द्वारा आज तक मीटर नहीं लगाया गया। सिर्फ यही नहीं विद्यालय में मात्र तीन से चार कमरों में महज दिन के वक्त एक या दो पंखे चलते हैं। जिसके चलते अगर अधिक से अधिक यूनिट का आंकड़ा लगाया जाए 100 यूनिट बिजली की खपत नहीं, जबकि विद्युत विभाग द्वारा बिना रीडिंग के एवरेज अनुसार खुद ही मनमाने तरीके से भेजा जा रहा हैं।
बिजली बिल को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमरीश चौहान द्वारा उक्त बिल के संबंध में उपखंड अधिकारी, विद्युत विभाग धनौरी हरिद्वार को लिखित पत्र भेजकर विद्यालय की खपत अनुसार बिल को बनाए जाने के लिए पत्राचार भी किया गया था लेकिन उसके बावजूद विद्युत विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक का कहना है कि वर्ष 2018 में 15120 रुपए आया था जिसमें से 8 हजार रुपये जमा कर दिए गए थे जिसमें से 7 हजार120 बकाया रह गया था। उन्होंने बताया कि 2019, 20, 21 में विद्यालय कोरोना काल के चलते बंद रहा। जिसमें विद्यालय में किसी भी प्रकार से विद्युत आपूर्ति का इस्तेमाल नहीं किया गया। आज एकाएक 6 लाख 20 हजार 662 रुपये का बिल बनाकर भेज दिया गया, जो सरासर गलत है और विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही है।
अब देखना होगा कि इस भ्रष्टाचार की महक कहां तक और किन-किन बुद्धिजीवियों की टेबल तक पहुंचती है