निर्वमान प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कार्यकाल खत्म होने से करीब तीन महीने पहले प्रदेश पार्टी संगठन में हुए इस बदलाव के कई राजनीति निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आगामी लोक सभा चुनाव को देखते हुए इस बदलाव को किया गया है।
महेंद्र भट्ट प्रदेश की राजनीति के अलावा कई आंदोलनों में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। इस दौरान वे 15 दिन पौड़ी के कांसखेत में जेल में रहे। वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पांच दिन पौड़ी जेल में रहे।


2002 से 2005 तक भट्ट युवामोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य रहे। इसके साथ ही हिमांचल एवं महाराष्ट्र युवामोर्चा के प्रदेश प्रभारी का दायित्व संभाला। 32 साल की उम्र में 2002 से 2007 तक वे उत्तराखंड की प्रथम निर्वाचन में नंदप्रयाग विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए और विधानमंडल में मुख्यसचेतक का दायित्व संभाला।

