उत्तराखंड में अफसरशाही बेलगाम ,परिवहन विभाग ने बस ऑटो विक्रम का बढ़ाया किराया ,मंत्रियों को भनक नहीं……

उत्तराखंड में अफसरशाही इतनी बेलगाम है कि मंत्रियों तक को भनक नहीं लगने देते कि आखिर विभागीय स्तर पर हो क्या रहा है। दरअसल परिवहन विभाग ने बस ऑटो विक्रम का किराया बढ़ा दिया है… लेकिन मंत्री फाइल का इंतजार कर रहे हैं। उत्तराखंड अफसरशाही का यह पहला मामला नहीं है इससे भी कई बार पहले अन्य मंत्रियों के साथ ऐसा हो चुका है। क्या है पूरी खबर देखिए हमारी खास रिपोर्ट में।

राज्य परिवहन प्राधिकरण एसडीए की ओर से किराए की दरें तय करने के साथ ही परिवहन निगम ने भी रोडवेज बसों का किराया बढ़ा दिया है देर रात ही निगम ने नई दरें अपडेट कर दी हैं इसी हिसाब से आज से किराया वसूला जा रहा है। परिवहन मुख्यालय ने किराए की नई दरें जारी की हैं जिसमें 15 से 27 फीसद तक हुई बढ़ोतरी हुई है। चार धाम यात्रा मार्गों के लिए नई दरों में 15 से 20 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ाया गया है। जबकी मालभाड़े में करीब 38 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि किराए में बढ़ोतरी के अध्ययन के लिए बनाई गई कमेटी के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया है,, उन्होंने बताया कि पेट्रोल-डीजल के दामों और गाड़ी के पार्ट्स में हुई बढ़ोतरी की वजह से यह निर्णय लिया गया है,, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह दरें आज से प्रदेश भर में लागू कर दी गई।।

उधर परिवहन मंत्री फाइल का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि उत्तराखंड में किसी भी स्तर पर किराए की बढ़ोतरी नहीं की गई है ,,नहीं परिवहन निगम की बसों में किराया फिलहाल बढ़ाया गया है,, और ना ही प्राइवेट,बस, विक्रम, ऑटो और अन्य ट्रांसपोर्ट का किराया बढ़ाया गया है।। मंत्री का कहना है कि अभी एसटीए यानी स्टेट्स ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है,, लेकिन इस पर अंतिम मोहर विभाग और मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ मीडिया के माध्यम से ही किराया बढ़ोतरी की जानकारी मिली है ,,लेकिन इसे अभी प्रदेश में लागू नहीं किया गया है।। यानी साफ है । उनका कहना है कि कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से प्राइवेट ट्रांसपोर्ट मालिकों और निगम को बड़ा घाटा हुआ है इसलिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत कर इसके लिए बीच का रास्ता निकाला जाएग।। परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने किसी भी स्तर पर किराए बढ़ोतरी से इनकार किया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में अफसरशाही कितनी बेलगाम है। मंत्री तक को यह जानकारी तक नहीं है कि किराया बढ़ाया भी गया है या नहीं। जबकि किराया सूची परिवहन विभाग ने अपने साइट पर अपलोड कर दी है। मंत्री अभी भी मुगालते में हैं कि कोई किराया नहीं बढ़ाया गया। नई दरें आज से लागू हो गई हैं। देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में मंत्री व विभागीय अधिकारियों के बीच में क्या कुछ रास्ता निकलता है। लेकिन यह साफ है कि उत्तराखंड के लोगों को आज से परिवहन में महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी।

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