चमोली/कर्णप्रयाग – गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उमा माहेश्वर आश्रम में विशाल भंडारे का आयोजन किया।
इस मौके पर दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
आश्रम के महंत ऐशवर्या नाथ महाराज ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता महर्षी वेदव्यास का जन्म हुआ था। सबसे पहले वेदों की शिक्षा वेदव्यास ने दी थी इसलिए हिन्दू धर्म मे उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा मिला था।
इस दिन गुरुओं को खास सम्मान दिया जाता है