उत्तराखंड में कहर बनकर बरसी बारिश, मलबे और सैलाब में जिंदा दफन हो गए लोग, देखें तस्वीरें
कुमाऊं में भारी बारिश से हुई तबाही के बीच सेना के जवान बिना देरी किए बचाव और राहत कार्य में जुट गए। नैनीताल झील के जलस्तर बढ़ने से फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना ने 6 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर 30 लोगों को बचाया, इनमें 2 बच्चे भी शामिल थे। टनकपुर में सेना ने चार घंटे रेस्क्यू अभियान चलाकर 283 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इनमें 55 बच्चे भी शामिल थे।
विगत 18 अक्तूबर को प्रदेश में भारी बारिश हुई थी। इससे कई क्षेत्रों में तबाही मच गई है। नैनीताल झील ओवरफ्लो हो गई। इससे तल्लीताल के लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया। झील ओवरफ्लो होने के कारण कई दुकानदार भी फंस गए।