देहरादून – लगातार हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, शहर के प्रमुख चौराहों पर गाड़ियों की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए स्पीड ब्रेकर बनाए गए थे। लेकिन हाल ही में, घंटाघर के पास बनाए गए नए स्पीड ब्रेकर की वजह से 30 मिनट के अंदर सात वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिनमें छोटे बच्चों सहित कई लोग घायल हो गए। इसके बाद, स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए इन स्पीड ब्रेकरों को कल देर रात उखाड़ दिया गया।
DM द्वारा स्मार्ट सिटी के अभियंता को कारण बताओ नोटिस
राजधानी देहरादून के मुख्य चौराहों पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। तीन दिन पहले ही घंटाघर पर रातोंरात बनाए गए स्पीड ब्रेकर के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। दुर्घटनाओं के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिससे विभाग की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं। सचिव स्तर के अधिकारियों ने इस मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई शुरू की है। जिलाधिकारी देहरादून और स्मार्ट सिटी के CEO सवीन बंसल ने स्मार्ट सिटी के अभियंता को लापरवाही के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बिना संकेत के स्पीड ब्रेकर पर लोग हुए चोटिल
स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए स्पीड ब्रेकरों पर कोई संकेत न होने के कारण कई लोग गिरकर चोटिल हो गए। घंटाघर पर बनाए गए ब्रेकर के पास न तो कोई चेतावनी संकेत था और न ही कोई मार्किंग, जिससे लोग दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इन सभी स्पीड ब्रेकरों को देर रात उखाड़ दिया गया है और इस मामले में स्मार्ट सिटी के अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
हादसों को रोकने के लिए बनाए जा रहे थे स्पीड ब्रेकर
उत्तराखंड में पिछले महीने 11 नवंबर को भी तेज रफ्तार के कारण एक बड़ा हादसा हुआ था, जब देहरादून के ओएनजीसी चौक पर एक इनोवा कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दुर्घटना में 6 छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने शहर में प्रमुख चौराहों पर स्पीड ब्रेकर बनाने का निर्णय लिया था, ताकि तेज रफ्तार पर काबू पाया जा सके।
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