मंगलवार यानी 6 दिसंबर को उत्तराखंड में सार्वजिक अवकाश की घोषणा की है। बता दे कि 6 दिसंबर को डा. भीमराव अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस है। इसलिए राज्य सरकार ने प्रदेश में सार्वजिक अवकाश की घोषणा की है। बैक, उपकोषागार को छोड़कर सभी सरकारी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे
डा. अंबेडकर को भारतीय संविधान का शिल्पकार कहा जाता है। डॉ. अंबेडकर संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। उन पर आधुनिक भारत का संविधान बनाने की जिम्मेदारी थी और उन्होंने एक ऐसे संविधान की रचना की जिसकी नज़रों में सभी नागरिक एक समान हों, धर्मनिरपेक्ष हो और जिस पर देश के सभी नागरिक विश्वास करें। एक तरह से भीमराव अंबेडकर ने आज़ाद भारत के DNA की रचना की थी।
अम्बेडकर मधुमेह से पीड़ित थे। जून से अक्टूबर 1954 तक वो बहुत बीमार रहे इस दौरान वो कमजोर होती दृष्टि से ग्रस्त थे। राजनीतिक मुद्दों से परेशान अम्बेडकर का स्वास्थ्य बद से बदतर होता चला गया और 1955 के दौरान किये गये लगातार काम ने उन्हें तोड़ कर रख दिया। अपनी अंतिम पांडुलिपि बुद्ध और उनके धम्म को पूरा करने के तीन दिन के बाद 6 दिसम्बर 1956 को अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिल्ली में उनके घर मे हो गया।