पौड़ी – वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जनपद पौड़ी को पर्यटक नगरी के रूप में विकसित करने के लिए पौड़ी से सटे कोट ब्लॉक स्थित लक्ष्मण मंदिर, सीता माता मंदिर व आसपास की धरोहरों को सीता माता सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए घोषणा की गई थी। उस तरह पर्यटन सचिव से लेकर सरकार के आला अधिकारी लगातार सीता माता सर्किट की रूपरेखा तैयार करने के लिए क्षेत्र का भ्रमण कर रहे थे। मगर 3 साल का अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक सीता माता सर्किट के संबंध में कोई ठोस काम धरातल पर नहीं हो पाया है।
इसके विपरीत लक्ष्मण मंदिर को जाने वाली मार्ग की गुणवत्ता पर भी ग्रामीणों द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे है।
स्थानीय ग्रामीण नितिन उप्रेती ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि बहुत लंबे समय बाद सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है। मगर निर्माण की गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मानकों को ताक पर रखते हुए सड़क निर्माण करवाए जा रहा था, जिसकी शिकायत लोक निर्माण विभाग में उनके द्वारा की गई। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारी द्वारा निरीक्षण कर संबंधित ठेकेदार को कार्य को रोकने व फिर से मानकों के अनुरूप कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया।
वही लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीपी नौटियाल ने बताया कि वाकई में सड़क निर्माण की गुणवत्ता निरीक्षण के दौरान उन्हें सही नहीं पाई। जिसके बाद उनके द्वारा संबंधित ठेकेदार को कार्य रोकने व दोबारा से गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता विहीन कार्य को कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संबंधित ठेकेदार को कोई भी धनराशि अभी आवंटित नहीं की गई है। उन्हें कहा कि दोबारा गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने के बाद व निरीक्षण करते उपरांत संबंधित ठेकेदार को धनराशि अवमुक्त की जाएगी।