नई टिहरी: चंबा पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह का फंडाफोड़ करते हुए आरोपियों से करीब 25 हजार के नकली नोट बरामद किए है पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में कुछ दिनों पूर्व ही यह धंधा शुरू किया था और नकली नोटों की पहली खेप को चंबा बाजार में चलाने आए थे। लेकिन इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
शनिवार को थाना पुलिस चंबा अपना रूटीन चेकिंग अभियान चलाए हुए थे। चंबा-धरासू-गंगोत्री राजमार्ग पर हड़म गांव के पास चेकिंग के दौरान संदिग्ध बाईक पर सवार दो युवक पुलिस को देखकर विपरीत दिशा में भागे। शक होने पर पुलिस ने इन युवकों का पीछा करते हुए बाइक को रोक लिया। तलाशी लेने पर युवकों के जेब से 24 हजार 900 रूपये नकली नोट मिले। पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक स्कैनिंग, लैपटॉप के जरिए असली नोट को प्रिंट कर घर पर नकली नोट बना रहे थे। पुलिस के अनुसार आरोपी युवकों ने घर में प्रिंटर, स्कैनर, कापीयर, लैपटॉप लगाया हुआ था। स्कैनिंग और पिं्रटिंग के बाद उसके बाद उसे तकनीकी से कटिंग करते थे। आरोपी युवक नकली नोटों की पहली खैप को चंबा बाजार में चलाने की फिराक में थे। थानाध्यक्ष देवेंद्र चौहान ने आरोपी की पहचान सुरेंद्र सिंह राणा और वीरेंद्र राणा निवासी ग्राम बरनू तहसील कंडीसौड़ जिला टिहरी के रूप में हुई है। बताया कि सुरेंद्र के जेब से दो हजार रूपये के छह, पांच सौ रूपये के एक और सौ रूपये के 10 कुल 13 हजार 500 रूपए के नकली नोट, वीरेंद्र के जेब से दो हजार के पांच, पांच सौ का एक और सौ रूपये के नौ कुल 11 हजार 400 नकली नोट मिले है। इन युवकों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दो दिन पहले ही उन्होंने बरनू गांव में अपने घर पर नकली नोट बनाने का कार्य शुरू किया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के घर से पेपर सीट का बंडल, प्रिंटर, स्कैनर और लैपटॉप बरामद किया। थानाध्यक्ष चौहान ने बताया कि आरोपी सुरेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह मुंबई में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। नकली नोट बनाने का जरूरी समान वह मुंबई से लाया था जबकि 25 जुलाई को उसने देहरादून से प्रिंटर खरीदा था। वहीं वीरेंद्र अपने गांव बरनू में अवैध शराब का धंधा चलाता है। पुलिस के अनुसार आरोपी सुरेंद्र पूर्व में अवैध शराब और चोरी की घटनाओं में जेल जा चुका है।