मुंबई : कांग्रेस के समर्थन में उतरते हुए शिवसेना ने आज कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को हिरासत में लिया जाना ‘‘शर्मनाक’’ है.
शिवसेना के प्रवक्ता अरविन्द सावंत ने कहा,‘राहुल गांधी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक रैंक एक पेंशन के मुद्दे पर कथित आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने से नहीं रोका जाना चाहिए था.’ दक्षिण मुंबई निर्वाचन क्षेत्र से सांसद सावंत ने कहा, ‘यह किस तरह का रवैया है? दिल्ली पुलिस की कार्रवाई निंदनीय तथा शर्मनाक है.’ उन्होंने कहा, ‘कथित आत्महत्या का राजनीतिकरण किया जाना ठीक नहीं था और परिवार से सही व्यवहार नहीं किया गया. राहुल गांधी और सिसोदिया को हिरासत में लिए जाने के बाद मुद्दे का राजनीतिकरण हो गया है.’
सावंत ने कहा,‘राहुल गांधी एक राष्ट्रीय दल के उपाध्यक्ष हैं, जबकि सिसोदिया एक निर्वाचित सरकार के उपमुख्यमंत्री हैं. दिल्ली पुलिस के गलती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
आपको बता दें कि कथित तौर पर ओआरओपी को लेकर पूर्व सैन्यकर्मी की खुदकुशी के विरोध में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आज इंडिया गेट की ओर मार्च करने से रोक दिया गया. मृत सैनिक के परिवार से मिलने की कोशिश में कल उन्हें दो बार हिरासत में लिया गया था.
दिल्ली कांग्रेस द्वारा आयोजित कैंडल लाइट मार्च की अगुवाई कर रहे राहुल को जंतर मंतर से इंडिया गेट की तरफ जाते समय पुलिसकर्मियों ने रोक दिया और उन्हें एक वैन में बिठा दिया.
पुलिस ने बताया कि बाद में उन्हें फिरोज शाह रोड पर एक जगह उतार दिया गया . हालांकि कांग्रेस नेता ने एक ट्वीट में कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया और जंतर मंतर से लेकर गयी.’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘तुगलक रोड थाने की ओर जाने के क्रम में 5, फिरोज शाह रोड पर पुलिस गाड़ी रूक गयी.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे बस एक बात कहनी है कि परिवार के साथ जिस तरीके से बर्ताव हो रहा वह गलत है और इससे सेना के मनोबल पर असर पड़ सकता है. कम से कम पुलिस को परिवार से माफी मांगनी चाहिए.’ एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मिनटों में भीड़ के जंतर मंतर पहुंचने की वजह से राहुल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया.