देहरादून। उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली के नाम पर हर वर्ष दिया जाने वाला प्रतिष्ठित ‘तीलू रौतेली पुरस्कार’ इस बार 13 जांबाज़ और प्रेरणादायी महिलाओं को प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून में आयोजित राज्य स्त्री शक्ति पुरस्कार वितरण समारोह में इन महिलाओं को सम्मानित किया। साथ ही, 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को भी उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए ‘आंगनबाड़ी कार्यकर्ती पुरस्कार’ से नवाज़ा गया।
मातृशक्ति ही परिवार और समाज की दिशा तय करती है – मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री धामी ने कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार मातृशक्ति के कल्याण एवं सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर न सिर्फ परिवार, बल्कि समाज को भी एक नई दिशा दे सकें।
उन्होंने कहा हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी बहनों और सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि कर उन्हें सम्मान और सहयोग का अहसास दिलाया है। आज महिलाएं केवल घर की जिम्मेदारी नहीं निभा रहीं, वे सामाजिक बदलाव और विकास की अहम भागीदार बन चुकी हैं।
सम्मानित महिलाएं बनीं प्रेरणा का स्रोत
सम्मान पाने वाली महिलाओं ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों….शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यमिता, सामाजिक सेवा और महिला सशक्तिकरण—में उत्कृष्ट योगदान दिया है। ये सभी महिलाएं प्रदेश की अन्य बेटियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
वहीं, जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को सम्मान मिला, उन्होंने बच्चों के पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार में सराहनीय कार्य किया है।
महिला कल्याण की दिशा में सरकार के प्रयास
स्वरोजगार योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जा रही है।
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा।
महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर कई नई योजनाएं प्रगति पर हैं।
कार्यक्रम की झलकियां:
समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं।
महिलाओं ने अपने अनुभव साझा कर भावुक पल बनाए।
मुख्यमंत्री ने पुरस्कार विजेताओं से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी सराहना की।