चमोली – ऑलवेदर रोड के तहत बद्रीनाथ हाईवे पर प्रस्तावित हेलंग-मारवाड़ी बाईपास मार्ग का निर्माण कार्य को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है। बाईपास मार्ग के निर्माण से बद्रीनाथ धाम की 30 किलोमीटर की दूरी कम होने के साथ-साथ जोशीमठ बाजार में लगने वाले जाम से भी यात्रियों को मुक्ति मिलेगी। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि हेलंग-जोशीमठ 10 किलोमीटर मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण का कार्य और हेलंग-मारवाड़ी 5 किलोमीटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य एक साथ शुरू किया जाएगा। बाईपास मार्ग के निर्माण से बद्रीनाथ धाम की दूरी 30 किमी कम होने के साथ ही चीन सीमा क्षेत्र में सेना की आवाजाही आसान हो जाएगी।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने मार्ग के विरोध में करीब एक वर्ष तक आंदोलन करा, जिस कारण निर्माण नहीं हो पाया, बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। चीन सीमा क्षेत्र में सेना की आवाजाही को सुगम करने का हवाला देते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने बाईपास मार्ग के निर्माण को जरूरी बताया, जिसके बाद मार्ग निर्माण को न्यायालय से हरी झंडी मिल गई है।
बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया बद्रीनाथ हाईवे पर हेलंग-मारवाड़ी बाईपास मार्ग का निर्माण पांच किमी तक होना है। दो साल तक न्यायालय के आदेश पर मार्ग निर्माण कार्य रुका रहा, न्यायालय से अनुमति मिल गई है। दो माह बाद हिल कटिंग कार्य शुरू कर दिया जाएगा, यदि मौसम ने साथ दिया तो एक साल में ही बाईपास मार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।