
अरब सागर में हवा के कम दबाव की स्थिति गहराने के कारण उत्पन्न चक्रवाती तूफान ‘वायु’ के 13 जून को गुजरात पहुंचने की आशंका हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे में तूफान गंभीर रूप ले सकता है। अब इस तूफान का असर महाराष्ट्र में भी दिखना शुरू हो गया है। मुंबई में तेज हवाएं चल रही हैं। जिसके चलते कई पेड़ भी गिर गए हैं। साथ ही कुछ अन्य तटीय इलाकों में भी सुबह से तेज हवाएं चल रही हैं। राज्य सरकार ने तटीय और दक्षिण गुजरात में ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। तटीय इलाकों में एनडीआरएफ जवानों को तैनात किया है। सेना को भी तैयार रहने को कहा गया है। हालात से निपटने के लिए सेना भी तैयारियों में जुटी हैं। करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुजरात के पार्टी कार्यकर्ताओं से मदद करने के लिए अपील की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “चक्रवात ‘वायु’ गुजरात तट के करीब पहुंचने वाला है। मैं गुजरात के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे इसके रास्ते में आने वाले सभी क्षेत्रों में मदद के लिए तैयार रहें। मै चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के सभी लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।”
तूफान सौराष्ट्र और कच्छ की ओर लगातार बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने स्थिति के गंभीर होने की बात कही है। आईएमडी ने बताया, “वायु चक्रवात बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तबदील हो गया है। इससे गुरुवार सुबह हवाएं 145 से 170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।”
भारतीय वायु सेना अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम वायु सेना की मदद से गुजरात पहुंच रही हैं। ताकि तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। मुंबई के मौसम विभाग का कहना है कि बेहद खतरनाक वायु चक्रवात अब मुंबई के दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में 280 किमी पर है। आज उत्तर महाराष्ट्र के तट पर तेज हवाएं चलेंगी।
मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र से उत्तर की ओर बढ़ रहा ‘वायु’ गुरुवार सुबह तक पोरबंदर और कच्छ पहुंच सकता है। तूफान की गति 115 से 130 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13-14 जून को भारी बारिश हो सकती है।
भूस्खलन के खतरे के बाद वलसाड जिले के 20 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। तटों के पास स्थित गांवों के 39 स्कूल भी बंद रहेंगे। दमकल और बचाव दल को अलर्ट पर रखा गया है। कंडला बंदरगाह को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।



