देहरादून – पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डोईवाला जौलीग्रांट निवासी 104 वर्षीय स्वतंत्रा सेनानी साधु सिंह बिष्ट का उनके आवास पहुंचकर सम्मान किया है।
साधु सिंह बिष्ट देश की आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में एक सिपाही के तौर पर रहे। साधु सिंह बिष्ट ने आज देश के हालातों पर चिंता भी व्यक्त की, साधु सिंह बिष्ट के बेटे का कहना है कि जब यह हमें बताते हैं देश की आजादी के लिए कितना बड़ा योगदान हमारे देश के वीरों ने दिया है तो आज भी हम लोगों की आंखों में आंसू आ जाते हैं।
पिताजी 1940 में आजाद हिंद फौज में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि हमारे पिताजी बताते हैं कि पहले वह अंग्रेजों की फौज में शामिल हुए थे उसके बाद वह जापानी सेना में शामिल हुए और आजादी की लड़ाई को लड़ने के लिए वह सुभाष चंद्र बोस की सेना में शामिल हुए। तो वहीं इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देश के स्वतंत्रता सेनानी इस देश की अमूल्य धरोहर है।
हमें उनका सम्मान करना चाहिए और कांग्रेस जनों को ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों से सीख लेनी चाहिए जो लोग आज कहते हैं कि कांग्रेस खत्म हो गई उन्हें इनसे सीख लेनी चाहिए कि खत्म होने जैसा कुछ नहीं होता। हरीश रावत ने कहा कि ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हमारे शक्ति के स्रोत हैं हमें इन से आशीर्वाद लेकर आगे बढ़ना चाहिए।





