देहरादून- उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के विज्ञापन गूगल को देने के बजाय सीधे न्यूज पोर्टल को देने की मांग को लेकर उत्तराखंड वेब एसोसिएशन ने स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडे को ज्ञापन सौंपा। उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन ने सचिवालय में स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडे से मुलाकात करके उन्हें ज्ञापन प्रेरित किया। बता दें कि स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडे इससे पहले सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के महानिदेशक भी रह चुके हैं। विज्ञापनों की रीति-नीति के विषय में उन्हे अच्छे ढंग से मालूम है। ज्ञापन में एसोसिएशन ने मांग की, कि स्वास्थ्य विभाग के विज्ञापन सीधे गूगल को देने के बजाय उत्तराखंड के न्यूज पोर्टल को दिया जाए। इसपर स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडे ने अपनी सहमति जताते हुए शीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग अपने विज्ञापन सीधे गूगल को जारी कर देता है और गूगल उन विज्ञापनों को उत्तराखंड के न्यूज पोर्टल की साइट पर चला रहा है। इससे सरकार और न्यूज पोर्टल को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही ऐसा करना न्यूज पोर्टल विज्ञापन नियमावली का भी उल्लंघन है। वहीं स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडे ने माना कि किसी भी विभाग को सीधे तो विज्ञापन देना ही नहीं चाहिए। इसके लिए सूचना विभाग बना हुआ है। पंकज कुमार पांडे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अब जो भी विज्ञापन जारी करें उन्हें सूचना एवं लोक संपर्क विभाग को सौंप दें और उसके बाद सूचना एवं लोक संपर्क विभाग उस पर निर्णय कर सकता है।
चंद दिनों पहले उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन ने सूचना निदेशालय पर इसी तरह की मांगों को लेकर लंबा आंदोलन किया था। जिसके बाद सूचना निदेशालय ने भी माना था, कि गूगल को अब कोई विज्ञापन नहीं दिया जाएगा। न्यूज पोर्टल एसोसिएशन की पहली आपत्ति है कि जब उत्तराखंड के सुदूर इलाकों तक की स्वास्थ्य समस्याओं को पत्रकार अपने न्यूज पोर्टल के माध्यम से जनता और सरकार के सामने रखते हैं तो फिर विज्ञापन गूगल को क्यों दिए जाते हैं! सीधे न्यूज पोर्टल को क्यों नहीं दिए जाते ? न्यूज पोर्टल एसोसिएशन की दूसरी आपत्ति यह भी है कि जब न्यूज पोर्टल के लिए बनी विज्ञापन नियमावली में यह साफ लिखा है कि न्यूज पोर्टल पर सूचना विभाग द्वारा जारी की गई दरों से कम दर पर विज्ञापन नहीं चलाया जाएगा तो फिर गूगल उनके न्यूज पोर्टल पर बेहद कम दरों पर विज्ञापन कैसे चला सकता है! न्यूज पोर्टल एसोसिएशन की तीसरी आपत्ति यह है कि जब स्पष्ट नियमावली बनी हुई है कि कोई भी विभाग सीधे विज्ञापन नहीं जारी करेगा और सभी विभाग केवल सूचना विभाग के माध्यम से ही अपने विज्ञापन जारी करेंगे तो फिर स्वास्थ्य विभाग कैसे सीधे गूगल को विज्ञापन दे रहा है! ज्ञापन देने वालों में उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल, महासचिव संजीव पंत सहित विनोद कोठियाल, मनीष व्यास, मामचंद शाह आदि मौजूद रहे।




