चमोली/जोशीमठ – जोशीमठ की अन्नपूर्णा सेवा समित्ति समूह द्वारा बदरीश लड्डू बनाकर अच्छी आमद हो रही है। इस महिला समूह ने बिना किसी सरकारी मदद से इसका काम शुरू किया है। अबतक समूह से जुड़ी 20 महिलाओ को इससे अच्छा खासा स्वरोजगार मिल रहा है।
पिछले दो साल से कोरोना के कारण इनका यह व्यवसाय चौपट रहा, इस दौरान महिला समूह को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन इस साल अभी तक तीन लाख से अधिक के बदरीश लड्डू बेच चुकी है। महिलाएं शुद्ध घी में इन बदरीश चौलाहे के लड्डू बनाकर बदरीनाथ धाम में जाकर बेच रही है इस साल चल रही यात्रा के चलते इनको अच्छी आय की उम्मीद है।
प्रायोगिक रूप से इन्होंने 2007 से बदरीश लड्डू बनाने का काम शुरु किया, लेकिन बदरीनाथ ने 2017 से बनाना शुरू किया। शुरू में इनको अच्छा लाभ नही मिला धीरे धीरे इनको अच्छा लाभ मिलने लग गया। दो साल कोरोना के चलते इन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। इन्होंने हजारो का लड्डू बनाने का चौलाहे सहित अन्य सामान खरीदकर रखा। अब इस साल कोरोना के बाद इनको अच्छी आमद हुई है।
समूह की अध्यक्ष शांति चौहान का कहना है कि दो साल कोरोना काल के चलते उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन इस साल अच्छी आमद हुई है। अभी तक 3लाख से अधिक का आय हो चुकी है। उन्हीने कहा कि अब इस साल यात्रा सीजन में उन्हें अच्छे लाभ की उम्मीद है। उन्होंने कहा अगर सरकार उनकी मदद करती है तो वे इस व्यवसाय को अच्छे ढंग से कर सकते है। उन्होंने कहा समूह से 20 महिलाएं जुड़ी है जो भारी भारी से बद्रीनाथ धाम बदरीश लड्डू बेचने जाती है।