देहरादून :- 16 अप्रैल यानी सोमवार को वैशाख मास की अमावस्या पढ़ रही है। ज्योतिष की माने तो सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। शास्त्रों में ऐसी अमावस्या का काफी अधिक महत्व बताया गया है। सोमवार को शिवजी की विशेष पूजा की जाती है और ज्योतिष में सोमवार का कारक ग्रह चंद्र है
आमवस्या की रात चंद्र दिखाई नहीं देता है और इस तिथि के स्वामी पितर देवता होते हैं। इसलिए इस तिथि पर कोई भी शुभ करने से बचना चाहिए, अन्यथा कार्यों में परेशानियां आ सकती हैं और असफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
अक्सर आपने सुना होगा की ग्रंथों में भी अमावस्या पर यात्रा करने से भी मना किया गया है। ऐसा माना जाता है कि अमावस्या पर चंद्र की शक्ति बिल्कुल कम हो जाती है। ज्योतिष में चंद्र को मन का कारक बताया गया है। अमावस्या पर चंद्र न दिखने की वजह से हमारा मन असंतुलित हो जाता है । इसी वजह से काफी लोग अमावस्या पर असहज महसूस करते हैं।
सोमवार और अमावस्या पर करें ये उपाय
– सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
– चंद्र के लिए दूध का दान किसी गरीब को करें।
– पितरों के लिए तर्पण करें। घर में पितरों के लिए धूप दीप दें।