शैली श्रीवास्तव- शास्त्रों में कहा गया है कि हनुमान जी भगवान शिव का ही अवतार हैं। शास्त्रों में रामभक्त हनुमान के जन्म की दो तिथि का उल्लेख मिलता है। इनमें से एक भगवान शिव का अवतार है, क्योंकि रामभक्त हनुमान की माता अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी और उन्हें पुत्र के रूप में प्राप्त करने का वर मांगा था। तब भगवान शिव ने पवन देव के रूप में अपनी रौद्र शक्ति का अंश यज्ञ कुंड में अर्पित किया था और वही शक्ति अंजनी के गर्भ में प्रविष्ट हुई थी। फिर चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमानजी का जन्म हुआ था। हनुमान जी शिव का रूप है इसलिए अगर इस सावन माह में मंगलवार कों हनुमानजी की ये पूजा करें शिवजी की कृपा तो मिलती ही है साथ ही हनुमानजी की भी कृपा मिलती है।
इसलिए इस मंगलवार कों करें ये छोटे-छोटे उपाय
1. हर मंगलवार शाम 5 बजे के बाद हनुमानजी की मूर्ति के सामने आसन लगाएं। चमेली के तेल का एक दीपक जलाएं। इसके बाद हनुमानजी की पूजा करें।
2. मंगलवार को एक साबुत पान का पत्ता लेकर उस पर थोड़ा सा गुड़ और चना रख कर हनुमानजी को भोग लगाएं।
3. हनुमान मंदिर जाकर हनुमानजी को गुलाब के फूलों की माला बनाकर अर्पित करें। इसके बाद इस मंत्र का जाप करें।