सावन कृपाल रूहानी मिशन की देहरादून स्थित रायपुर शाखा की ओर से 21 मई, 2017 को रायपुर पुलिस स्टेशन के पीछे बने कृपाल आश्रम में बच्चों की योग्यता व प्रतिभा का विकास करने के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें 5 साल से लेकर 16 साल तक के सभी बच्चों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने ‘गुरु का जन्मोत्सव’, ‘मानव एकता’, और ‘पिता-परमेष्वर की शक्ति’ जैसे विषयों पर अपनी चित्रकला का प्रदर्षन किया। उनके चित्रों को देखकर ऐसा लगता था मानो उन्होंने अपने मन के विचारों को रंगों में ढालकर परमात्मा से संबंध स्थापित करने की एक छोटी सी कोशिश की है। उन सभी ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं उन्हें बहुत ही अच्छी लगती हैं।
कार्यक्रम के अंत में देहरादून के मेयर श्री विनोद चमोली जी की धर्मपत्नी श्रीमती शशि चमोली, C.B.Raisly (प्रसिद्ध आर्टिस्ट), श्रीमती ममता जी (सोशल कार्यकर्त्ता), श्रीमती पार्वती पांडेय जी (सोशल कार्यकर्त्ता) और श्रीमती बिना आहूजा जी (बाल सत्संग टीचर) ने जज की भूमिका निभायी| इस चित्रकला प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि श्रीमती शशि चमोली जी ने भाग लिया और स्वयं अपने हाथों से उत्तीर्ण बच्चों को पुरस्कार वितरित कर उनका मनोबल बढ़ाया।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के अध्यक्ष संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के मार्गदर्शन में बच्चों के आध्यात्मिक विकास के लिए मिन में ‘बाल सत्संग’ की स्थापना की गई है, जिसमें उन्हें अध्यात्म के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ नैतिक जीवन जीने की शिक्षा दी जाती है ताकि वे शुरू से ही अपने जीवन में सद्गुणों को ढाल सकें और शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक के साथ-साथ आध्यात्मिक स्तर पर भी सफलता प्राप्त कर सकें। इससे वे अपनी एकाग्रता का विकास कर अपने लिए एक बेहतर भविष्य का भी निर्माण कर सकते हैं और मानव जीवन के मुख्य उद्देष्य जोकि अपने आपको जानना व प्रभु को पाना है, को भी इसी जीवन में पूरा कर सकते हैं।
मिशन में समय समय पर बच्चों के आध्यात्मिक विकास के लिए बाल आध्यात्मिक शिविरों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें काफी बड़ी संख्या में बच्चे बहुत ही उत्साह से भाग लेते हैं। संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के सान्निध्य में बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास के लिए मिषन ने भारतवर्ष में 20 दर्षन एकेडमी स्कूलों के अलावा कोलंबिया में भी एक दर्षन एकेडमी स्कूल की स्थापना की है, जिसमें आध्यात्मिक शिक्षा पाठ्यक्रम का एक महत्त्वपूर्ण अंग है।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के अध्यक्ष संत राजिन्दर सिंह जी महाराज आज संपूर्ण विश्व में ध्यान-अभ्यास द्वारा प्रेम, एकता व शांति का संदेश प्रसारित कर रहे हैं, जिसके फलस्वरूप उन्हें विभिन्न देशों द्वारा अनेक शांति पुरस्कारों व सम्मानों के साथ-साथ पाँच डाॅक्टरेट की उपाधियों से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के आज संपूर्ण विश्व में 2600 से अधिक केन्द्र स्थापित हैं तथा मिशन का साहित्य विश्व की 55 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित हो चुका है। इसका मुख्यालय विजय नगर, दिल्ली में है तथा अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नेपरविले, अमेरिका में स्थित है।