उधम सिंह नगर/सितारगंज – साइबर अपराधियों ने अब सरकारी पदों पर बैठे वरिष्ठ अधिकारियों के नामों व फ़ोटो का सहारा लेकर ठगी के नये नए रास्ते खोज लिये हैं। फोन डीपी लगाने और मंत्रियों से लेकर बड़े—बड़े अधिकारियों से बातचीत करने का खुलासा हुए अभी ज्यादा दिन भी नहीं बीते कि उधमसिंह नगर की सितारगंज तहसील में जनपद के जिलाधिकारी के नाम से फर्जी फोन डीपी लगाने का मामला सामने आ गया है। इस फर्जीबाड़े में सितागंज के तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी को ही जाल में फसाया जा रहा था लेकिन उन्होंने संदेह होने पर समय पर ही जिलाधिकारी से बात कर स्थिति स्पष्ट कर ली।
तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने सितारगंज थाने को मामले की लिखित तहरीर भेजी है। तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी के अनुसार आज सुबह उन्हें व्हाट्सअप पर 7:20 मिनट पर पहला संदेश प्राप्त हुआ। उन्होंने जब मोबाइल नंबर की जांच की तो उस पर उधमसिंह नगर के जिलाधिकारी युगल किशोर पंत की फोटो लगी मिली और नीचे नाम के स्थान पर श्री युगल किशोर पंत लिखा मिला।
2 -3 बार सन्देश प्राप्त होने के बाद जब तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी को कुछ संदेह हुआ तब तत्काल ही उन्होंने जिलाधिकारी युगल किशोर पंत से दूरभाष के माध्यम से बात की तब जिलाधिकारी द्वारा उन्हें बताया गया की उनके फोन से किसी तरह का कोई भी सन्देश नहीं भेज गया है।तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने तत्काल इस पूरी घटना की नम्बर सहित लिखित शिकायत कोतवाली सितारगंज में दी है और इस मामले पर पुलिस जांच में जुट गयी है ।