#मुंबई: समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी ने पाकिस्तानी कलाकारों से जुड़ी अभिनेता सलमान खान की टिप्पणी का स्वागत किया है, जबकि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने अभिनेता की आलोचना की. वहीं शिवसेना ने सलमान पर तंज कसा और उन्हें अपने पिता सलीम खान से राष्ट्रीय गौरव का पाठ पढ़ने की सलाह दी.
कलाकारों का स्वागत किया जाना चाहिए- आजमी
सलमान ने कहा है कि पाकिस्तान के कलाकार आतंकवादी नहीं हैं और कला और आतंकवाद को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. आजमी ने अभिनेता के बयान का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘हमारी लड़ाई पाकिस्तान से है और पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में जाकर आतंकियों को मारने वाले सैनिकों पर हमें गर्व है. लेकिन जो लोग काम या इलाज के लिए यहां आए हैं, उनकी बात हो तो, गर्मजोशी से उनका स्वागत करना हमारा कर्तव्य है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब हम उन्हें यहां अच्छा इलाज मुहैया कराते हैं, तब वे अपने देश लौटने पर हमारी जमीं पर पाकिस्तानियों के किए-कराए की निंदा करते हैं. जब पाकिस्तानी हमारे देश के बारे में अच्छी बातें करते हैं तब उनका ही देश अंतरराष्ट्रीय मोर्च पर शर्मिंदा होगा.’’
पिता से राष्ट्रीय गौरव का पाठ पढ़ें सलमान- शिवसेना
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री एवं वरिष्ठ शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने सलमान को अपने पिता और फेमस स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान से राष्ट्रीय गौरव का ‘पाठ पढ़ने’ की सलाह दी. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान हमारा दुश्मन है और उन्होंने उरी में नियंत्रण रेखा पार कर हमारे जवानों को मारा है. शिवसेना हमेशा से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों का विरोध करती रही है.’’ देसाई ने कहा कि पार्टी का मानना है कि जब ‘पाकिस्तानी’ आतंकी हमलों को लेकर लोग ‘कड़ी’ प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं तब दोनों देशों के बीच कोई भी सांस्कृतिक संबंध नहीं होने चाहिए.
भारतीयों की भावनाओं का हो सम्मान- एमएनएस
इसी बीच एमएनएस की नेता शालिनी ठाकरे ने कहा कि अगर पाकिस्तानी कलाकार अपने देश की कारगुजारियों की निंदा नहीं करते तो भारतीय कलाकारों को भी भारतीयों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. बॉलीवुड देश से बड़ा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म कलाकारों को मौजूदा परिस्थितियों में लोगों की भावनाओं को समझना चाहिए. लोग काफी गुस्से में हैं और सलमान खान जैसे कलाकारों को उनका सम्मान करना चाहिए.’’