विज़न2020न्यूज। तस्वीर पर ध्यान दीजिए जरा। इन्हें देखकर एक अफसोस भरा ख्याल तो जरूर आएगा ही। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब प्रदेश में बाढ़ का जायजा लेने निकले तो जरा से पानी ने इन्हें सुरक्षाकर्मियों की गोद में बैठा दिया। जैसे पानी इन्हें काट लेगा। लोंगों की तकलीफों को भांप कर दूर करने का दावा करने वाले शिवराज ने दो सिपाईयों की गोद में बैठकर बाढ़ का जायजा लिया। ऐसी तस्वीरों को देखकर कैसे कोई ये सोच सकता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री लोगों की परेशानियों को दूर कर पांएगे जब ये अपनी मदद खुद नही कर पा रहे। और जरा से पानी ने इन्हें जनता की गोद में बैठने पर मजबूर कर दिया।
मध्यप्रदेश में बाढ़ के हाल बेकाबू है। लोगों के जान-माल दोनों की क्षति हुई है प्रदेश में है। लोग हर पल डर के जिदंगी बिता रहे हैं कि अगला पल कौन सी मुसीबत लेकर आएगा। और ये हमारे नेता बाढ़ से जूझ रहे प्रदेश में मानों सैर सपाटा करने निकले हो। फोटो के देखकर एक पल आपकी हंसी जरूर फूट सकती है पर दूसरे ही पल ये तस्वीर आपको अफसोस के गर्द में भी ढ़केल देगी । कैसे प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने कुछ रूपयों के जूतों और कपड़ों को बचाने के लिए सिपाईयों की गोद में बैठकर नदी पार कर रहे है। फोटो को देखकर इतना तो अंदाजा लगाया ही जा सकता है कि पानी इतना भी नही था कि शिवराज को गोद में बैठना पड़ा।
दूसरी फोटों में भी जरा गौर फरमाइयें। इसमें शिवराज जरूर पैरों पर हैं पर उनके कीमती जूते उनके सुरक्षाकर्मी के हाथ में और शिवराज अपने कपड़ों को बचाने की जद्दोजहद में है। अब जरा बताइए मुख्यमंत्री अपने कपड़ों को बचाने में इतना व्यस्त है, तो इतनी मसरूफ़ियत में कैसे उन्हें जनता को बचाने का ख्याल आएगा।
कैसे एक मुख्यमंत्री इतना असंवेदनशील हो सकता है कि ऐसे हाल में अपने जूतो और कपड़ों के लिए चिंतित है। जबकि प्रदेश में कई लोग इसी बाढ़ की वजह से बेहाल है और कुछ अपनी जिदंगी भी खो चुके है। इस स्टाइल में बाढ़ का जायजा करने वाले मुख्यमंत्री को देखकर जनता को एक सबक तो जरूर मिला होगा कि अगली बार प्रदेश में ऐसे व्यक्ति को चुने अपना प्रतिनिधि चुने जो जनता की सेवा के तत्पर हो न कि अपनी सेवा करवाने में और अपने कुछ सामान को बचाने में ।
अरे शिवराज जी आप तो जरा से पानी ने आपकों जनता की गोद में बैठा दिया । जरा सोचिए प्रदेश में लोगों का हाल क्या हो रहा है ऐसी बाढ़ में। इन तस्वीरों को देखकर कहना गलत तो नही होगा कि, शिवराज जी की लीला न्यारी …. जनता त्रस्त नेता मस्त!!