बड़ा फैसला :प्राइवेट स्कूलों में किताबो को लेकर स्कुल प्रबंधको की मनमानी अब नहीं चलेगी ,प्रदेश में अब विद्यालयी शिक्षा में बड़ा बदलाब होने जा रहा है। अगले शैक्षणिक सत्र में कक्षा 1 से 12 तक के पाठ्यक्रम में एनसीईआरटी की किताबों को शामिल किया जायेगा। सरकार के इस फैसले से अभिभावकों को महंगी किताबो की खरीद फरोख से निजात मिल सकेगी ,,
स्कूल खुलते ही किताबो को लेकर स्कूलो के मनमाने पब्लिशर्स या लेखक की किताब के फरमान और उस पर किताबे इतनी मंहगी कि दम निकल जाय ,, लेकिन मजबूरी व बच्चो के भविष्य के लिए अभिभावकों को करना ही पड़ता है ,, लेकिन अब शिक्षा विभाग ने ऐसे स्कूलो की मनमानी को रोकने लगाने के लिए एनसीईआरटी की किताबो की अनिवार्यता लागू कर दी है ,, इसका मकसद महंगी किताबो की खरीद फरोख से निजात दिलाने के अलावा स्कूलों में एक जैसे स्लेबस को लागू करके सबको समान शिक्षा व्यवस्था दिलाना है,, इस बात की जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि राज्य सरकार का लक्ष्य शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाना है, और इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि हर विद्यालय में बुक बैंक की स्थापना की जायेगी जिससे कि लोगो को बार बार किताबो की खरीद पर पैसा नहीं बहाना पड़ेगा ,,