शहीद कमलेश पांडे की शहादत पर प्रदेश ही नहीं बल्कि पुरे देश को गर्व है। उनकी अंतिम विदाई के मौके पर सैन्य अधिकारियों के साथ काबिना मंत्री यशपाल आर्य, डीएम, एसएसपी और पूर्व सैन्य कर्मी सहित जनता की भीड़ जमा हुई। हल्दवानी का रानीबाग घाट भारत माता की जय के नारों के गूंज उठा। शहीद के हल्द्वानी स्थित घर में सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है। शव को देखते ही शहीद कमलेश के परिवार में कोहराम मच गया। शहीद का पार्थिव शरीर दिल्ली से विशेष विमान के जरिये बरेली लाया गया। जहां से शुक्रवार सुबह पार्थिव शरीर को हल्द्वानी लाया जाएगा और रानीबाग में चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। । मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के बाड़ेछीना स्थित दिगौली गांव के रहने वाले मेजर कमलेश पांडे ने तीन साल पहले हल्द्वानी के कांतिपुरम हिम्मतपुर तल्ला में मकान बनवाया था। शोपियां घाटी में तैनात मेजर कमलेश ने बुधवार की रात अपने पिता से अंतिम बार फोन पर बातचीत भी की थी
“शहीद मेजर कमलेश पांडे की शहादत पर गर्व,परिजन”
बड़ी खबर : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्त्तराखंड के वीर सपूत मेजर कमलेश पांडे शहीद हो गए थे। आज सुबह शहीद का पर्थिव शव हल्द्वानी उनके घर पहुंचा। जहां शहीद का भारी हुजूम के साथ रानीबाग घाट सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वंही शहीद मेजर कमलेश पांडे के परिजनों ने कहा है की अब पाकिस्तान से बातचीत नहीं,भारत करे हमला,