कुलदीप राणा/ रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में प्रसूता से पैंसे लेने का मामला प्रसूता महिला ने सफाई कर्मियों पर लगाया पैंसे लेने का आरोप
जिलाधिकारी ने तीनों कर्मियों को निलंबित कर धनराशि वापस लेने के दिये निर्देश
रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता ने सफाई कर्मियों पर सात सौ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। मामले में जिलाधिकारी ने सीएमएस को तीनों कर्मियों को निलंबित कर धनराशि वापस लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधारने को भी कहा।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल औचक निरीक्षक पर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां पर उन्होंने ओपीडी, अल्ट्रासाउंड, दवा वितरण कक्ष, इमरजेंसी सहित सामान्य वार्डो का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों से बातचीत भी की। डीएम द्वारा गायनी कक्ष के निरीक्षण के दौरान सुमाड़ी (जखोली) से भर्ती प्रसूता के पति गोपी ने बताया कि मंगलवार रात्रि को घर पर उसकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया। तबियत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां बच्चे की सफाई के नाम पर देर रात्रि को तीन महिला सफाई कर्मियों ने उससे सात सौ रुपये उन्होंने धनराशि वापस दिलाने की गुहार लगाई। इस पर, डीएम ने वहां, तैनात स्टाफ को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर, इस तरह की हालात है, तो यह माफी लायक नहीं है। जब, सरकार जबकुछ दे रही है, तब मरीज या तीमारदार से रुपये लेना कानूनी जुर्म है। उन्होंने चिकित्सक, नर्स व अन्य स्टाफ को कहा कि अगर, पुनरू ऐसा सुनने को मिला तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उन्होंने सीएमएस डाॅ डीसी सेमवाल को तीनों सफाई कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पीडि़ता को धनराशि वापस दिलाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत डीएम अस्पताल परिसर के बाहर संचालित मेडिकल स्टोर का निरीक्षण कर दवा बिक्रेताओं से दवाओं की जानकारी मांगी। इस मौके पर ब्लड टेस्ट की व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की गई।