हल्द्वानी में एक बेटे ने अपनी मां के साथ मिलकर अपने ही पिता की हत्या कर दी, और इस वारदात को छुपाने के लिए अपने ही घर के अंदर 4 फीट नीचे गड्ढा खोदकर पिता को दफना दिया जब दूसरे रिश्तेदारों को मृतक प्यारेलाल घर पर नहीं दिखा तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी और फिर जो खुलासा हुआ उससे सब हैरान हो गए, बड़ी बात यह है कि आखिर क्यों प्यारेलाल अपनी पत्नी और बेटे के हाथ का शिकार हुआ.
घर के बाहर लगा लोगों का जमावड़ा,और घर के अंदर होती रही ये खुदाई, यह तस्वीर कुछ अनहोनी की आशंका कर रही है, जिसकी तफ्तीश में हल्द्वानी पुलिस जुटी हुई है, मामला हल्द्वानी कोतवाली के देवलचौड़ चौकी क्षेत्र के जीतपुर नेगी गांव का है जहां हर कोई हैरान और परेशान है. लाव लश्कर के साथ पुलिस एक घर में खुदाई कर रही है और 3 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को खुदाई में एक बुजुर्ग शव मिला, जो कि चार-पांच दिन पुरान है, पुलिस की तफ्तीश में खुलासा हुआ कि मृतक इसी घर का मालिक है जिसका नाम प्यारेलाल है, प्यारे लाल को उसी की पत्नी रानी देवी और बेटे मुन्नालाल ने मारकर घर में ही दफना दिया, मामले का खुलासा तब हुआ जब प्यारेलाल के भाई बाबूलाल ने यूपी के रामपुर स्थित अपने घर से भाई की कुशल खबर पूछने के लिए फोन किया लेकिन बाबूलाल को अपनी भाभी और भतीजे से प्यारे लाल की कोई खबर नहीं मिली, जिसके बाद बाबूलाल को शक हुआ. बाबूलाल अपने भाई के साथ रामपुर से हल्द्वानी आया और हल्द्वानी जीतपुर नेगी अपने भाई के घर पहुंचने पर उसने अपने भाभी और भतीजे से जब भाई के बारे में पूछा तो उन्होंने टालमटोली की और यह बताया की प्यारेलाल कहीं चला गया है , लेकिन 70 साल की उम्र में प्यारेलाल ज्यादा चल फिर नहीं सकता था लिहाजा प्यारेलाल के भाई बाबूलाल को अपनी भाभी और भतीजे पर शक हुआ. और उन्होंने हल्द्वानी कोतवाली में अपनी भाभी और भतीजे के खिलाफ अपने भाई को गायब करने की रिपोर्ट दर्ज की, जब पुलिस ने प्यारेलाल की पत्नी और बेटे को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो सारा राज खुल गया, प्यारेलाल का अक्सर घर में बेटे और पत्नी से झगड़ा होता रहता था, इसी बीच झगड़े के दौरान प्यारे लाल को मां बेटे ने मिलकर मार डाला और अपराध छिपाने के लिए अपने ही घर में दफना दिया .
पुलिस ने बेटे की निशानदेही पर घर के अंदर 4 फीट खुदाई कर प्यारेलाल के शव बरामद कर लिया है, साथ ही कोतवाली पुलिस ने मृतक प्यारेलाल की पत्नी रानी देवी और बेटे मुन्ना लाल के खिलाफ हत्या और शव छुपाने के जुर्म में IPC की धारा 302 और 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया है,
इस घटना से समाज में हर जगह एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर घर के साए को घर वालों ने ही मिटा दिया, जिस पिता की उंगली पकड़ कर मुन्नालाल बचपन में चला था उन्हीं हाथों से आज प्यारेलाल की हस्ती मिटा दी और उसकी पत्नी ने अपना सुहाग उजाड़ दिया जो प्यारेलाल के साथ सुहागन बनकर घर पर आई थी।