कोटद्वार- उत्तराखंड के कोटद्वार में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने हर किसी को झकझोर दिया। हैवानों ने बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी और उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया। मृतका के शव को कुत्तों और सुअरों ने नोच डाला। कथित आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास से उसके अंगों को एकत्र किया। मामले में पुलिस ने नेपाली मूल के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गुस्साएं बच्ची के परिजन और यहां की जनता अब सड़कों पर उतर आई है। गुरुवार की सुबह बच्ची के परिजनों ने झंडा चौक पर जाम लगा दिया। बुधवार को यह मामला सामने आने के बाद देर शाम तक मृतक बच्ची के परिजनों ने कोतवाली में हंगामा काटा था। प्रदर्शन का यह दौर गुरुवार तड़के ही शुरू हो गया।
पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध जताते हुए लोगों ने कोटद्वार में बाजार बंद करवाया। विश्व हिंदू परिषद समेत कई संगठनों ने रैली निकाल कर इंसाफ की मांग की। फिलहाल यहां स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। मासूम बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। आज प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए और आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। वहीं बुधवार को भी बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अधिकारियों का घेराव किया। उन्होंने पुलिस पर बच्ची के गुम होने के मामले को हल्के में लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि सूचना देने के बाद अगर पुलिस सक्रिय हो जाती तो यह घटना नहीं होती। पुलिस अधिकारियों को खरी खोटी सुनाते हुए आक्रोशित लोगों ने बंदी गृह में रखे आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की। बंदी गृह में आरोपियों के लिए पंखे लगाए जाने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों की मददगार बन उन्हें सुविधा दे रही है। गुस्साए लोगों का यह भी कहना था कि क्षेत्र में नशे का धंधा जोरों पर चल रहा है। अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ने के बावजूद पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। इधर, कोतवाल मनोज रतूड़ी ने कहा कि पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।




