
जी हाँ, खबर देहरादून से है। चर्चाओ का बाजार गर्म है कि बीजेपी को अब वोट के साथ-साथ नोट भी चाहिए। जिसके लिए बीजेपी के विधायकों पर चंदे का दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो 2019 की तैयारी के लिए चंदे के रूप में रकम इकठ्ठा की जा रही है। संगठन ने बकायदा इसके लिए 25 करोड़ रुपए का टारगेट भी प्रदेश बीजेपी को दिया है। मंगलवार को बीजेपी कार्यालय में हुई कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने संगठन के अपने तमाम विधायकों ओर कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह सहयोग निधि में अपना योगदान दें।
हालाँकि प्रदेश अध्यक्ष ने यह साफ किया कि किसी भी कार्यकर्ता, विधायक या मंत्री को कोई टारगेट नहीं दिया जा रहा है। जितना जिससे हो सके वह उतना सहयोग निधि में सहयोग कर सकता है। भट्ट का कहना है कि ये संगठन को मजबूत करने के लिए उठाया गया कदम है।
प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि कई बार बीजेपी दफ्तर के कर्मचारी हों या दूसरे कामों में लगे कर्मचारियों को तनख्वाह तक देने के लिए पैसे नहीं होते, इसीलिए ये कदम उठाये गये हैं।
जहां अजय भट्ट दफ्तर के भीतर पार्टी की इस फंड इकट्ठा करने की योजनाओं के बारे में बता रहे थे वहीं, पार्टी के एक विधायक खुले तौर पर कहते नज़र आ आए कि पार्टी की तरफ से सभी को टारगेट दिया गया है। उनकी विधानसभा और खुद उन्हें पार्टी की तरफ से 40 लाख रुपए इकट्ठा करने का टारगेट दिया है।