
राजनीति का चरित्र भी अजीब है जब सत्तासीन होती तब विकास की तश्वीर का आईना धूंधला सा होता है लेकिन जब वह विपक्ष मे हो तो विकास का ऐजेंड़ा और आमजनमानष का हर दर्द दिखाई देता है। विकास की चिंता और दर्द को लेकर सूबे के मुख्य विपक्षी पार्टी 25 अक्टूबर को सरकार के खिलाफ धरना देने वाली है।
पांच साल सत्तासीन रही सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस 2017 के विधान सभा चुनाव मे हार के बाद सत्ता से बाहर हो गयी , सत्ता गवाने के बाद कांग्रेस को अपनी हर वह गलती याद आ रही हेै जो उन्होने अपने सत्तासीन होते हुए नही किया। कांग्रेस शासनकाल के दौरान विपक्ष जिस तरह के आरोप सरकार के उपर लगाता रहा अब वही आरोप है लेकिन विपक्ष सत्तासीन हो गया और सत्तासीन पार्टी विपक्ष मे आय गयी। 18 मार्च 2017 से सत्ता के सिंहासन पर बैठै मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावतके उपर विपक्ष ने हल्ला बोलते हुए 25 अक्टूबर को देहरादून के गांधी पार्क पर एक दिवसीय धरना देगी । कांग्रेस का आरोप है भाजपा सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओ का उत्पीड़न कर रही है विधायको की सूनवाई नही हो रही है जो कांग्रेसशासन मे विकास के कार्य स्वीकृत थे उन्हे रोक दिया गया।
वही कांग्रेस के धरने को लेकर राज्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नही रह गया है । हमारी सरकार सभी विधायको को समान मानकर 10 करोड़ के सड़क की स्वीकृती की है। कोई भेदभाव नही हो रहा है।